नई दिल्ली. लंबे इंतजार के बाद रेलवे ग्रुप डी भर्ती परीक्षा कल 17 अगस्त से देश भर के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित होने जा रही है। इस भर्ती परीक्षा के जरिए रेलवे में ग्रुप डी के 1.03 लाख पद भरे जाएंगे। आरआरबी ग्रुप डी भर्ती परीक्षा का पहला चरण 17 अगस्त 2022 से 25 अगस्त 2022 तक आयोजित किया जाएगा जबकि दूसरा चरण 26 अगस्त 2022 से 8 सितंबर 2022 तक आयोजित होगा। 90 मिनट के पेपर में 100 प्रश्न हल करने होंगे। इनमें 25 प्रश्न जनरल साइंस, 25 मैथ्स, 30 जनरल इंटेलिजेंस व रीजिंग और 20 जनरल अवेयरनेस व करेंट अफेयर्स से होंगे। 17 अगस्त को जिन अभ्यर्थियों की परीक्षा है, उनके एडमिट कार्ड 14 अगस्त को आरआरबी वेबसाइट्स पर जारी कर दिया गया थे। ग्रुप डी पदों पर भर्ती के लिए 1 करोड़ 15 लाख लोगों ने आवेदन किया था। लेवल – 1 के तहत ट्रैक मेंटेनर ग्रेड – IV, रेलवे के विभिन्न टेक्निकल डिपार्टमेंट्स (इलेक्ट्रिकल, इंजीनियरिंग, मैकेनिकल व एस एंड टी विभाग) में हेल्पर व असिस्टेंट, प्वाइंट्समैन पदों पर नियुक्ति होगी।

– ऑरिजनल आधार कार्ड लाना अनिवार्य- रेलवे ग्रुप डी अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र में इस बार बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन होगा इसलिए उन्हें अपना ऑरिजनल आधार कार्ड लाना होगा।
– परीक्षा का आयोजन कोविड-19 महामारी की गाइडलाइंस के साथ किया जाएगा। इसलिए उम्मीदवार अपना मास्क साथ लेकर आएं। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।
– उम्मीदवार अपने एडमिट कार्ड के साथ ऑरिजनल फोटो आईडी भी लाएं। फोटो आईडी की फोटो कॉपी स्वीकार नहीं की जाएगी।
– मोबाइल फोन, पेजर, घड़ी, ब्लूटूथ डिवाइस, कैलकुलेटर, चूडी़, बेल्ड, ब्रेसलेट आदि के साथ परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
– बाएं हाथ के अंगूठे पर मेहंदी जैसी कोई चीज न लगाएं ताकि रजिस्ट्रेशन में कोई दिक्कत न आए।
– सीबीटी में किसी भी प्रश्न के विकल्प को चुनने के बाद उम्मीदवार SAVE और फिर NEXT पर क्लिक करें। सेव नहीं किेए गए उत्तर की चेकिंग नहीं होगी।
– किसी भी गड़बड़ी या अनियमितता में लिप्ट पाए जाने पर उम्मीदवार की परीक्षा रद्द कर दी जाएगी। साथ ही भविष्य में होने वाली आरआरबी भर्ती में वह नहीं बैठ पाएगा।
– ग्रुप डी सीबीटी में नेगेटिव मार्किंग होगी। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंक काट लिया जाएगा।

रेलवे भर्ती बोर्ड ग्रुप डी भर्ती परीक्षा की मेरिट निकालने के लिए परसेंटाइल स्कोर का इस्तेमाल करेगा। परसेंटाइल स्कोर उन सभी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर बेस्ड होता है जो उस शिफ्ट के एग्जाम में शामिल हुए होते हैं। इसमें परीक्षार्थियों की प्रत्येक शिफ्ट के लिए प्राप्त अंकों को 100 से 0 के पैमाने में बदल दिया जाता है।