वाराणसी। कोरोना काल के दौरान रेलवे ने प्‍लेटफार्म टिकट की दरों को अप्रत्‍याशित तरीके से तीस रुपये कर दिया था मगर कोरोना का असर कम होने के बाद प्‍लेटफार्म पर टिकट की दर को दोबारा कम कर दिया गया। लेकिन, अब दोबारा रेलवे की ओर से प्‍लेटफार्म टिकट की दरों में इजाफा करने के बाद यात्रियों और उनको छोड़ने पहुंचे लोगों को चुनौती दी है। एक बार फ‍िर रेलवे के इस फैसले ने यात्रियों की जेब काटी है।

रेलवे की ओर से प्‍लेटफार्म टिकट महंगा होने की सूचना के बाद से ही यात्रियों के होश उड़ गए हैं। क्‍योंंकि अब त्‍योहार में कोई अपना आ रहा है या कोई ट्रेन से जाएगा तो लाने और छोड़ने की परंपरा को लेकर कीमतें भारी पड़ेंगी। हालांकि सुखद बात यह है कि सभी स्‍टेशनों पर टिकट तीस रुपये नहीं किया गया है। त्‍योहार में जहां अधिक भीड़ होती है बस उन्‍हीं स्‍टेशनों पर दरों में इजाफा किया गया है।

उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन ने महत्वपूर्ण स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत बढ़ाने की घोषणा की है। अब इस टिकट के लिए दस रुपए के बजाय 30 रुपए चुकाना पड़ेगा। त्योहारी सीजन के चलते रेलवे ने टिकट महंगा करने का निर्णय लिया है, ताकि उन लोगों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके, जो बिना किसी कारण के स्टेशन पर आते हैं। नया आदेश दो अक्टूबर से लेकर पांच नवंबर तक प्रभावी रहेगा।

डीआरएम सुरेश कुमार सपरा के अनुसार लखनऊ, वाराणसी जंक्शन, बाराबंकी, अयोध्या कैंट, अयोध्या, अकबरपुर, शाहगंज, जौनपुर जंक्शन, सुल्तानपुर जंक्शन, रायबरेली, जंघई, भदोही, प्रतापगढ़ और उन्नाव स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट की कीमत में बढ़ोतरी की गई है। इससे वास्तविक यात्रियों की सुविधा भी सुनिश्चित होगी और भीड़भाड़ से बचा जा सकेगा। हालांकि, यह बढ़ी हुई दर अचानक लागू करने से पूर्वांचल के कई रेलवे स्‍टेशनों पर यात्रियों को छोड़ने पहुंचे परिजनों को चुनौती झेलनी पड़ी।