नई दिल्ली। दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों बीते ढाई महीने से नए कृषि कानूनों  के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में आज किसानों ने राष्ट्रव्यापी चक्का जाम  करने का आह्वान किया। कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में 12-3 बजे तक चला चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से खत्म हो गया है। किसानों नेताओं ने चक्का जाम खत्म किए जाने का ऐलान किया।

दिल्ली में किसानों ने नहीं किया प्रवेश
दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर देश के बाकी राज्यों में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक ये चक्का जाम बुलाया गया। इस दौरान कई जगह सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। इस चक्का जाम को लेकर दिल्ली में खास इंतजाम किए गए थे। राजधानी जवानों से घिरी रही। ताकि कोई किसान दिल्ली में प्रवेश ना कर पाए। ऐसा 26 जनवरी की हिंसा को ध्यान में रखते हुए किया गया। हालांकि चक्का जाम के दौरान कोई किसान दिल्ली की तरफ नहीं आया।

दिल्ली बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा की गई बंद
वहीं इस बीच खबर सामने आ रही है कि किसानों के धरना स्थल पर इंटरनेट सेवा  बंद कर दी गई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली बॉर्डर के पास तीन किसान आंदोलन स्थलों पर इंटरनेट आज रात 12 बजे तक बंद रहेगा। आपको बता दें कि इससे पहले भी दिल्ली बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बंद की गई थी। जिसे लेकर कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना भी साधा था।

टिकैत ने दिया अल्टीमेटम
दूसरी ओर चक्का जाम के बाद भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि सरकार दो अक्टूबर तक कृषि कानूनों (New Farm Laws) को वापस ले ले। आपकों बता दें कि कानूनों की वापसी की मांग को ही लेकर किसान बीते ढाई महीने से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। इसलिए इस चक्का जाम का आह्वान भी किया गया था।