इस बीच सांसद अरविंद शर्मा के कथित विवादास्पद बयान को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने आज कहा कि भाजपा नेताओं की भाषा सुनकर लगता है कि कहीं इनका तालिबान से संबंध तो नहीं है। टिकैत यहां हांसी में राज्य सभा सांसद व भाजपा नेता रामचंद्र जांगड़ा के खिलाफ पुलिस केस दर्ज करने व किसानों के खिलाफ दर्ज केस को वापिस लेने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के धरने में आए थे।
उन्होंने शर्मा के ‘आंखें निकालने३‘ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इनके सारे नेता इसी तरह से बात करते हैं। इन्हें इसका प्रशिक्षण दिया जाता है। इनकी भाषा देखकर लगता है कि इनका कहीं तालिबान से संबंध तो नहीं है। राकेश टिकैत ने आज यूपी के कैराना में हुई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली के जवाब में एक हफ्ते बाद उसी स्थान पर बडी महापंचायत करने का ऐलान किया।
कैराना में सीएम योगी की रैली के जवाब में राकेश टिकैत ने किया ये बडा ऐलान @RakeshTikaitBKU #Kairana #YogiAdityanath #Shamli #UPElection2022 pic.twitter.com/GmrLqECjq5
— ASB NEWS INDIA (@asbnewsindia) November 8, 2021
पिछले चार दिनों से नारनौंद थाने में राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा व उसके पीए के खिलाफ हत्या प्रयास का मामला दर्ज करने व किसानों पर दर्ज मुकदमें खारिज करने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा था। सोमवार को किसानों की ओर से हांसी एसपी कार्यालय का घेराव करने का ऐलान किया गया था। किसान सुबह 11 बजे लघु सचिवालय के सामने जुटना शुरू हो गए थे। इस दौरान किसानों ने लघु सचिवालय के सामने दिल्ली-हिसार हाईवे पर धरना शुरू कर दिया। दोपहर करीब 1 बजे संयुक्त किसान मोर्चे के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत धरना स्थल पर पहुंचे। नारनौंद विवाद पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सांसद की गाड़ी का सिर्फ शीशा टूटने पर किसानों पर आठ धाराओं में केस दर्ज किया जाता है। अभी तक तो यह भी स्पष्ट नहीं है कि शीशा पुलिस की लाठी से टूटा या किसानों ने तोड़ा है। वहीं दूसरी तरफ एक युवा किसान को सांसद व उसके साथ आए लोगों ने मरणासन्न हालत में पहुंचा दिया है। उस मामले में अभी तक केस तक दर्ज नहीं किया गया है। टिकैत के नेतृत्व में 16 सदस्य कमेटी का गठन किया गया। इसके बाद राकेश टिकैत नारनौंद प्रकरण में घायल कुलदीप राणा का हालचाल जानने के लिए हिसार पहुंचे। मंगलवार सुबह राकेश टिकैत धरना स्थल पर पहुंचेंगे।
राकेश टिकैत द्वारा 16 सदस्य कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी में विकास सिसर, अभिमन्यु कोहाड़, रवि आजाद, इंद्रजीत, सतबीर पहलवान, सतबीर मलिक, कुलदीप खरड़, रणबीर फौजी, सुदेश गोयत, सुमन हुड्डा शामिल थे। कमेटी के सदस्यों के द्वारा पहले दो घंटे तक अलग से मीटिग की गई। कमेटी की सहमति के बाद प्रशासन की ओर से वार्ता के लिए बुला लिया गया। प्रशासन के साथ करीब डेढ़ घंटे चली मीटिग के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया।
किसान नेता रवि आजाद ने बताया कि हांसी की एसपी नितिका गहलोत के द्वारा बयान जारी किया गया था। जिसमें उन्होंने किसान कुलदीप राणा को मिर्गी के दौरे आने की बात कही थी। वास्तव में उसे ऐसी कोई बीमारी नहीं है। एसपी नितिका गहलोत ने अपने शब्द वापस लेने की बात कही। प्रशासन ने पहले किसानों को सचिवालय से दूर रोकने के लिए तीन प्वाइंट पर नाकाबंदी की थी। एसपी कार्यालय की ओर जाने वाले रास्तों पर बैरीगेटिग कर भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं। हिसार के आईजी राकेश कुमार ने भी सुबह ही हांसी पहुंचकर सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। सुरक्षा के लिहाज से 2 एएसपी, 7 डीएसपी, 2 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियां व चार जिलों की पुलिस तैनात की गई हैं। एसपी कार्यालय के घेराव को देखते हुए लघु सचिवालय के अंदर वकीलों के अलावा सभी की एंट्री को बैन कर दिया गया। बाद में वकीलों द्वारा वर्क सस्पेंड कर दिया गया।