आगरा। किसा नेता राकेश टिकैत ने आगरा में मृतक सफाई कर्मचारी के परिवार वालों से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा तो वाल्मीकि समाज का लड़ाई-झगड़े में उपयोग करती है।


टिकैत ने कहा कि सफाई कर्मचारी और किसान कोई अलग-अलग नहीं हैं। उत्तर प्रदेश में लखीमपुरखीरी की घटना के बाद तो प्रदेश सरकार ने मौत की कीमत खोल दी है। सरकार को अब 40 लाख रुपये ही देने होंगे।

अरुण के परिवार को भी 40 लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जाना चाहिए। यदि नहीं दिया जाता है तो भारतीय किसान यूनियर आंदोलन करेगी।