किसान आंदोलन के स्थगित होने बाद घर वापसी कर रहे चौधरी राकेश टिकैत की पत्नी सुनीता ने कहा कि मेरे पति आज पूरे 383 दिन बाद घर आ रहे हैं। उनके स्वागत में जितने दीपक जलाऊं कम है। 383 क्या पूरे 500-600 से ज्यादा दीप जलाऊंगी। जैसे भगवान श्रीराम अयोध्या वापस आए थे, वैसे मेरे राम आज घर आ रहे हैं।

पल-पल बदलता रहा सिसौली का माहौल
सुबह से ही किसान चौधरी राकेश टिकैत के काफिले का इंतजार करते रहे। गाजीपुर बॉर्डर से काफिला रवाना हुआ तो जोश का माहौल बन गया। किसान भवन और टिकैत के पट्टी चौधरान स्थित आवास पर पल-पल माहौल बदलता रहा। लोगों की आवाजाही लगी रही।

भट्ठी चढ़ाई और बनाए पकवान
चौधरी राकेश टिकैत की वापस पर सिसौली और मुजफ्फरनगर स्थित उनके आवास पर भट्ठी चढ़ाई गई। लड्डू और पकवान बनें। दिनभर मेहमानों की आवाजाही रही।

किसान भवन पर झूमे किसान
किसान भवन पर देर रात तक किसान झूमते रहे। यहां ढोल की थाप पर किसानों ने खूब नाच गाना किया। डीजे  भी बजाया गया। इसके अलावा टिकैत के काफिले में रणसिंघा भी शामिल रहा।