करनाल. खालिस्तान समर्थक पूरी तरह से सक्रिय हैं। पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ हिमाचल, उत्तरप्रदेश में भी गतिविधियां बढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए यूएसए से फंडिंग की जा रही है। अब अगला टारगेट यूपी में राम रहीम का डेरा था।
करनाल में दयाल सिंह कालेज व डीएवी स्कूल की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे जाने के बाद आरोपितों ने बड़ा खुलासा किया है। आरोपितों की मेरठ में स्थित राम रहीम के डेरे पर भी ऐसे ही नारे लिखे जाने की प्लानिंग थी। यहीं नहीं आरोपितों द्वारा यहां गुरु ग्रंथ की बेअदबी की सजा भुगतने की चेतावनी भी लिखी जानी थी, लेकिन इससे पहले ही एक आरोपित संगरूर तो दूसरा करनाल पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
करनाल पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपित दुल्द्दी जिला पटियाला के रहने वाले मनजीत के पांच दिन के रिमांड के दौरान ये राज सामने आए हैं। यहीं नहीं उसने यह भी बताया कि अब उसे यूएसए से 60 हजार की रकम मिल चुकी है। आरोपित को रिमांड खत्म होने पर शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं बरनाला का रहने वाला दूसरा आरोपित रेशम को प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए पुलिस ने तैयारी कर ली है। वह आठ जुलाई तक संगरूर पुलिस के रिमांड पर था। यहां लाए जाने के बाद उससे भी कई राज खुलने की उम्मीद है, जिसके चलते पुलिस उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी।
बता दें कि गत 19 जून की रात को शहर के दयाल सिंह कालेज व डीएवी स्कूल की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए थे। सुबह होते ही पुलिस ने इन्हें मिटा दिया था तो वहीं आरोपितों की तलाश भी शुरू कर दी थी। करनाल ही नहीं आसपास की पुलिस भी अलर्ट कर दी गई थी। एएसपी असंध गौरव राजपुरोहित को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया था।
टीम ने दयाल सिंह कालेज के बाहर दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा तो इसके बाद सुराग लगते गए और संगरूर तक सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। तब पुलिस आरोपितों तक पहुंच पाई। अब आरोपितों का कनेक्शन पंजाब के जालंधर, फरीदकोट, हिमाचल के ऊना का भी पाए जाने पर पुलिस वहां की पुलिस से संपर्क साधने में जुटी है, ताकि आरोपितों के बारे में और भी सुराग लग सके।
एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि आरोपित मनजीत को शनिवार को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है। अब दूसरेे आरोपित रेशम को संगरूर से प्रोडक्शन वारंट पर लाए जाने की तैयारी है। उससे भी रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी।