नई दिल्ली. आज 21 जून है. इसे साल का सबसे बड़ा दिन भी कहा जाता है यानी कि इस दिन प्रकाश देर तक रहता है लेकिन क्या आपको पता है कि आज एक विशेष समय पर आपकी परछाई भी गायब हो जाती है. अगर नहीं तो आजमाकर देखिए, आपको खुद पता चल जाएगा.

मध्य प्रदेश के उज्जैन को महाकाल की धार्मिक नगरी होने के साथ ही विज्ञान की नगरी भी कहा जाता है. मान्यता है उज्जैन अनादि काल से कालगणना का केंद्र रहा है. यहां पर जीवाजी वेध शाला में पृथ्वी, सूर्य, चंद्रमा और काल चक्र को आसानी से समझा जा सकता है. जीवाजी वेध शाला उज्जैन के अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गुप्त कहते हैं कि 21 जून को दोपहर 12:28 मिनट पर कर्क रेखा के आस पास वाले सभी स्थानों पर लोगों की परछाई गायब हो जाती है. ऐसा पहली बार नहीं बल्कि हर साल होता है.

वे बताते हैं कि हर साल 21 जून को सूर्य देव उत्तराणायन से दक्षिणायन की ओर प्रवेश करते है, जिसके बाद दिन छोटे और रातें बड़ी होने लगती हैं. 21 जून का दिन 13 घण्टे 34 मिनट का और रात 10 घण्टे 26 मिनट की होती है. इसके साथ ही सूर्य की चरम क्रांति इस दिन 23 डिग्री 26 मिनट व 15 सेकंड होती है. यही वजह है कि इस दिन एक खास समय पर सभी जीवों की परछाई ओझल हो जाती है.

राजेंद्र प्रसाद गुप्त बताते हैं कि 21 जून का दिन उत्तरी गोलार्द्ध के लिए काफी महत्वपूर्ण है. चूंकि पृथ्वी सूर्य के चारों और घूमती है तो 21 और 22 जून के अंतराल में सूर्य कर्क रेखा की ओर लंबवत होता है. इसके साथ ही दिन छोटे होने और रात बड़ी होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. उन्होंने बताया कि आज यानी 21 जून को परछाई गायब होने की इस अद्भुत खगोलीय घटना को दिखाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. धूप होने पर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट शंकु यन्त्र के जरिए परछाई को गायब (शून्य) होते देखा जा सकेगा.