नई दिल्ली। पूरी दुनिया उच्च महंगाई दर की मार झेल रही है। अमेरिका जैसे कई बड़ी अर्थव्यवस्थाएं भी महंगाई के चंगुल से नहीं बच पाई हैं। मंदी की आशंकाओं के बीच महंगाई पर लगाम लगाने के लिए 28 जुलाई को अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने 75 आधार अंकों की वृद्धि की थी। वहीं, हाल ही इंग्लैंड के केंद्रीय बैंक ने भी ब्याज दरों में 0.50 फीसद की बढ़ोतरी की है। इस क्रम में अगला नंबर भारत का है। आज आरबीआई अपने ब्याज दरों में 25 से 50 आधार अंकों की वृद्धि कर सकता है।
दरअसल, आरबीआइ गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक के फैसलों की घोषणा आज शुक्रवार (05 अगस्त, 2022) को होगी। माना जा रहा है कि एमपीसी सदस्यों के बीच रेपो रेट में 0.35 फीसद से 0.50 फीसद की वृद्धि करने की सहमति बन जाएगी। उम्मीद है कि आज की ब्याज वृद्धि से दरें कोविड के पहले वाले दौर स्तर पर पहुंच जाएंगी। वैश्विक स्तर पर महंगाई के खतरे के बीच मई में आरबीआई ने रेपो रेट में 0.40 फीसद और जून, 2022 में 0.50 फीसद की वृद्धि की थी। यह दर अभी 4.90 फीसद है जबकि मार्च, 2020 में रेपो रेट 5.15 फीसद थी।
अगर आज रेपो रेट में वृद्धि होती है तो आने वाले दिनों में होम लोन, ऑटो लोन व दूसरे बैंकिंग लोन और भी महंगे हो जाएंगे। बता दें कि मई 2022 में जब आरबीआई ने रेपो रेट में 0.40 फीसद की वृद्धि की थी, तो उसके बाद कई बैंकों ने ताबड़तोड़ तरीके से अपनी उधार दरों में इजाफा किया था। अगर आज रेपो रेट में 0.50 आधार अंकों का भी इजाफा किया जाता है, तो बैंकों की तरफ से कर्ज की दरों और बढ़ाए जाने की संभावना है। हालांकि, ब्याज दरों के बदलाव के इस दौर में बैंकों की तरफ से जमा दरों में भी वृद्धि किये जाने के संकेत हैं, जिससे एफडी करने वाले लोगों को इसका फायदा मिलेगा।