नई दिल्ली. दुनिया में तरह-तरह के लोग हैं और उनकी अपनी-अपनी किस्मत. कोई ज़रूरत से ज्यादा बड़े घर में आलीशान ज़िंदगी जीता है, तो कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें रहने भर को ज़मीन नसीब नहीं होती. ऐसे ही लोगों में शुमार हैं पाकिस्तान के कराची में रहने वाले फरमान अली, जो पिछले 8 साल से एक पेड़ पर अपना बसेरा जमाए हुए हैं.

आमतौर पर तो पंछी पेड़ों पर घोंसला बनाकर रहते हैं लेकिन फरमान अली ने पेड़ पर अपने लिए बांस-बल्ली जोड़कर पूरा कमरा तैयार कर रखा है. इस एडवेंचरस कमरे में वो पूरे 8 साल से रह रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि उन्हें फिर भी किसी से शिकायत नहीं है. कराची में लोग उन्हें पेड़ों पर रहने की वजह से टार्ज़न बुलाते हैं. गनीमत ये है कि उन्हें 8 साल से एक सार्वजनिक पेड़ पर रहने से रोका नहीं गया है.

पार्क में पेड़ पर बना लिया है घर
फरमान अली इस वक्त सोशल मीडिया पर सेंसेशन बन चुके हैं क्योंकि इससे पहले लोगों ने किसी को भी इतने सालों तक पेड़ पर रहते हुए न तो देखा था न ही सुना था. लोग फरमान को देखने के लिए आते हैं और उसका यही कहना है कि वो अपनी मर्जी से यहां नहीं रहता, उसके पास दूसरा घर नहीं है. फरमान के माता-पिता की पहले ही मौत हो गई थी और भाई-बहन अलग हो गए. अब उसके पास कोई घर नहीं है, ऐसे में वो पार्क में ही एक पेड़ पर जुगाड़ू घर बनाकर अपनी ज़िंदगी 8 साल से काट रहा है. उसे यहां से अब तक किसी ने भगाया भी नहीं है. उसे लोग कराची का टार्ज़न और ट्रीमैन जैसे नाम से बुलाते हैं.

छोटी सी जगह में है सब-कुछ
28 साल के फरमान की कहानी पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है. लोग उसकी सोच की तारीफ कर रहे हैं. फरमान ने अपने रिश्तेदारों और भाई-बहनों से भी मदद मांगी थी, लेकिन कोई भी मदद को राज़ी नहीं हुआ. उसकी शादी भी हुई थी लेकिन बीवी पैसों की तंगी के चलते उसे छोड़कर चली गई. ऐसे में वो आखिरी विकल्प के तौर पर पेड़ को ही घर बनाकर रहने लगा. बांस-बल्ली, पुराने दरवाज़े और पर्दों के ज़रिये उसने घर बनाया है, लेकिन बरसात के दिनों में उसे खासी दिक्कत होती है. घर में उसने चूल्हा भी बना रखा है और सिंक भी रखा है. पड़ोसियों से चार्जर के लिए कनेक्शन भी ले लिया है और एक छोटी बिजली भी लगा रखी है.