बिहार: जनता दल यूनाइटेड के एक नेता अपनी पत्नी से परेशान हैं। जदयू नेता अपने माता-पिता, बहन और बच्चों के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। जदयू नेता का आरोप है कि उनकी पत्नी का नक्सलियों से कनेक्शन है और नक्सली कमांडर मनोज लालदेव के बहकावे में आकर उसके मुताबिक काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जैसा नक्सली कामांडर कहता है उनकी पत्नी वैसा ही करती है। मेरे घर पर नक्सली कमांडर अपने साथियों के साथ आकर मेरे पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी भी दे चुके हैं। सीएम आवास के बाहर रो रोक सुरक्षा की गुहार लगाई।

जदयू नेता दरभंगा के रहने वाले हैं। उनका कहना है कि उनकी शादी 2006 में बेहरी थाना इलाके के पकड़ी गांव में हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद मुझे इस बारे में जानकारी मिली की पत्नी का नक्सलियों के साथ सांठगांठ है। जेडीयू नेता के मुताबिक इस वर्ष 17 जनवरी को मेरी दादी का निधन हो गया। निधन के अगले दिन नक्सली कमांडर मनोज लाल ने कई नक्सलियों के साथ मेरे पूरे घर को घेर लिया। मैंने इस बात सूचना स्थानीय थाने से लेकर पुलिस के आलाधिकारियों को दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद डीजीपी से फोन पर संपर्क किया। जिसके बाद स्थानीय थाना की पुलिस मेरे घर पहुंची और नक्सलियों की घेराबंदी की बात को हटाकर पति और पत्नी के बीच का विवाद बताकर मामले को रफा दफा कर दिया।

जेडीयू नेता का आरोप है कि सात मई को उनकी पत्नी अचानक घर से 50 हजार रुपये लेकर निकल गई। वहीं उनकी बहन का कहना है कि उनकी भाभी कई दिनों से अपने मायके में रह रही थी लेकिन दादी के निधन के एक दिन बाद नक्सली कमांडर अपने साथियों के साथ आया और भाभी को घर छोड़कर चला गया। इधर सात मई को जेवर और सोना लेकर फिर से भाभी घर से भाग गईं।