मेरठ। मेरठ के इंचाैली थानाक्षेत्र एक युवक ने अपनी नाबालिग बहन(17) को बेरहमी से माैत के घाट उतार दिया। हैरान करने वाली बात ये है कि इस वारदात को सरेआम बीच सड़क पर अंजाम दिया गया। बुधवार को नंगलाशेखू गांव में बीच सड़क पर लोगों की भीड़ के आगे बड़े भाई ने नाबालिग बहन की गला दबाकर हत्या कर दी। इस दौरान कुछ लोग वीडियो बनाते रहे तो कुछ वहां से मुंह छिपाकर निकल गए। किसी ने भी हैवान बने भाई को रोकने की हिम्मत नहीं जुटाई। इस वारदात को आखिर क्यों अंजाम दिया गया ये भी आपको बताते हैं।
इंचौली थाना अंतर्गत एक गांव में मुस्लिम परिवार रहता है। आठ बहन-भाइयों में सबसे छोटी बहन की हत्या से बुधवार को क्षेत्र में सनसनी फैल गई। हत्यारोपी उसका ही बड़ा भाई हसीन था। बहन का कसूर इतना था कि उसे एक युवक से मोहब्बत हो गई थी। मुश्किल ये थी कि युवक दूसरे समुदाय का था। बहन का प्यार भाई को नागवार गुजरा और उसे रोकने के भाई ने खूब जतन किए लेकिन फिर भी बहन नहीं मान रही थी। चार माह पहले वह युवक के साथ चली गई थी। पुलिस ने दोनों को ढूंढकर युवक को जेल भेज दिया था।
इसके बाद से ही भाई को अपनी ही बहन आंखों में खटकने लगी थी। वहीं बहन अब भी प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी। इसी को लेकर मंगलवार रात से कई बार विवाद हुआ। बुधवार सुबह करीब 11 बजे भी उसके साथ मारपीट की गई। वह घर से भाग निकली और गांव की मुख्य सड़क पर आ गई। पीछे से सबसे बड़ा भाई पहुंच गया और बहन को पीटने लगा। यह देख मौके पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई। देखते ही देखते भाई ने बहन का गला दबा दिया। यह सब मौके पर खड़ी भीड़ ने देखा लेकिन तड़पती किशोरी को किसी ने दरिंदे से नहीं बचाया। कुछ ही मिनटों में उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस के आने तक 20 मिनट शव बीच सड़क पर पड़ा रहा। सरेआम हुई इस हैवानियत का लाइव वीडियो देखकर पुलिस भी हैरान है। वीडियो में आसपास लोगों की भीड़ नजर आ रही है, हत्यारोपी सड़क पर बहन का बेरहमी से गला घोट रहा है। किशोरी छटपटाते हुए नजर आ रही है।
पुलिस ने जब थाने में हत्यारोपी भाई हसीन से पूछताछ की तो उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। वह बस इतना ही बोला कि परिवार की इज्जत खराब कर रही थी, इसलिए मार डाला। पुलिस हिरासत में हसीन ने बताया कि बहन का अनुसूचित जाति के युवक से प्रेम प्रसंग था। दो बार युवक के साथ वह जा चुकी थी। इस बात से गांव में पूरे परिवार की बदनामी हो रही थी।
पुलिस की जांच में सामने आया कि बुधवार सुबह जब किशोरी प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही तो बड़े भाई हसीन ने पीटना शुरू कर दिया। किशोरी का हाथ ड्रेसिंग टेबल पर शीशे में लगने से उसके हाथ से खून बहने लगा। वह चिल्लाते हुए बाहर भागी। किशोरी सड़क पर बचाओ-बचाओ का शोर मचा रही थी लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की।
लोगों की भीड़ सड़क पर आ गई। महिलाएं-बच्चे घरों से बाहर आ गए। इसी बीच पीछे से आए हसीन ने बहन को पकड़ लिया। बीच सड़क पिटाई की और गला दबा दिया। बहन की हत्या करने के बाद हसीन यह कहते हुए घर की तरफ चला गया कि सारे परिवार की इज्जत खराब कर रही थी। गांव के लोग दबी जुबान से बस इतना ही कह रहे थे। किशोरी ने पूरे गांव में परिवार की बदनामी कर रखी थी। मजबूर होकर भाई ने मार दिया।
गांव में चर्चा रही कि दस वर्ष पहले परिवार में एक युवती भी संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। गांव वालों का कहना था कि चर्चा थी कि प्रेम प्रसंग के चलते युवती की हत्या हुई, लेकिन परिवार में ही पूरा मामला दब गया।
किशोरी की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वह बार-बार बोलती रही कि खूब समझाया लेकिन मानी ही नहीं। दूसरे समुदाय से था, अपने समाज से होता तो कुछ सोचते भी। ऐसे कैसे दूसरे समाज में शादी कर देते। मां कहती रही कि बेटी गई और बेटा अब जेल जाएगा। पूरा घर ही बर्बाद हो गया। घटनास्थल से 100 कदम की दूरी पर ही किशोरी का घर था। पुलिस घर पहुंची तो हत्यारोपी हसीन वहां बैठा हुआ मिल गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
गांव वालों ने बताया कि मार्च में किशोरी जब युवक के साथ चली गई थी तो पुलिस ने किशोरी को पानीपत से बरामद किया था। कुछ दिन नारी निकेतन में रहने के बाद परिजन उसे घर ले आए थे। किशोरी दोबारा से उसी युवक के साथ रहने की जिद कर रही थी। परिजनों ने किशाेरी का निकाह कहीं और तय कर दिया था लेकिन शनिवार को किशोरी दोबारा से युवक के घर पहुंच गई थी। जिसके बाद से घर में रोज विवाद हो रहा था।