पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों का एलान होना शुरू हो गया है। राजनीतिक उठापठक के बीच चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी जारी है। इन सबके साथ राजनीतिक नेताओं की बयानबाजी और गुटबाजी भी अब सामने आने लगी है। पढ़िए राजनीति से जुड़े पल-पल के

सपा को आज लग सकता है बड़ा झटका
तीन कैबिनेट मंत्री और आठ विधायकों को अपने पाले में शामिल कराकर भाजपा को झटका देने वाली समाजवादी पार्टी को आज बड़ा झटका लग सकता है। खबर है कि मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकती हैं। 2017 का चुनाव अपर्णा ने लखनऊ कैंट से लड़ा था, तब वह भाजपा की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी से हार गईं थीं। अपर्णा लगातार पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ करती आईं हैं।

गुलाबी गैंग की कमांडर संपत ने छोड़ी कांग्रेस
मानिकपुर सीट से टिकट न मिलने से खफा संपत पाल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। गुलाबी गैंग की कमांडर संपत 2012 और 2017 में इस सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। उपचुनाव में उनकी जगह रंजना बराती लाल पांडेय को टिकट दिया गया था। संपत को इस चुनाव में टिकट मिलने का पूरा भरोसा था लेकिन पार्टी ने रंजना पर ही भरोसा जताया है।

वाराणसी में चार सपा नेताओं पर एफआईआर
वाराणसी के सप्तसागर में शनिवार को पूर्व सांसद डिंपल यादव के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर कंबल वितरण करना सपा नेताओं को भारी पड़ गया। कोतवाली पुलिस ने आचार संहिता और कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करने के मामले में चार सपा नेताओं समेत दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक भरत उपाध्याय ने बताया कि आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए दिन में गोष्ठी कार्यक्रम किया जा रहा था, इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी नहीं किया गया। सामाजिक दूरी तार-तार थी और किसी के चेहरे पर मास्क तक नहीं था।