परिवार के कोच मनोज से शिकायत करने पर उसने सुखविंद्र के अखाड़े में आने से रोक लगा दी थी। इसी बात की रंजिश के चलते सुखविंद्र ने फायरिंग कर दी जिसमें मनोज, उनकी पत्नी और पूजा समेत 5 लोगों की हत्या हो गई है। मनोज कुमार जाट कॉलेज रोहतक में डीपी थे। उनकी पत्नी साक्षी मलिक रेलवे में कार्यरत थीं। दोनों अपने तीन साल के बेटे सरताज के साथ देव कॉलोनी में रहते थे।
दिल्ली रोड पर जिम्नेजियम हाल के पास अचानक हुए गोलीकांड के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत मच गई है। मरने वाले कोच दंपती और प्रदीप फौजी नेशनल लेवल के खिलाड़ी रहे हैं। पहले घायलों को नजदीक के ही निजी अस्पताल में ले जाया गया था। लेकिन वहां से बाद में पीजीआईएमएस के ट्रामा सेंटर में ले जाया गया। घटना की सूचना मिलते ही आसपास पीजी हॉस्टल में रहने वाले कुश्ती पहलवान भी मौके पर पहुंच गए। बढ़ती दहशत को देखते हुए पुलिस की ओर से अतिरिक्त पुलिस बल सुरक्षा में लगा दिया गया है। पुलिस की एक टुकड़ी को ट्रामा सेंटर के बाहर तैनात किया गया है। फिलहाल पांचों शवों को पीजीआई के शवगृह में रखवाया गया है।
वहीं इस हत्याकांड में सबसे हैरानी की बात यह है कि मौके पर पहुंचा आरोपी सुखविंद्र के सिर पर सिर्फ खून ही सवार था और वह किसी को जिंदा छोड़ना नहीं चाहता था। आरोपी की ओर से चलाई गई गोलियां मरने वालों के सिर व गले में ही लगी हुई हैं। इससे मौके पर ही तीन पहलवानों की मौत हो चुकी थी। साक्षी, मनोज और फौजी प्रदीप के शव जिम्नेजियम हाल के कमरे में मिले हैं। इस कमरे को रेस्ट रूम के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था।
हरियाणा में रोहतक शहर में जाट कालेज के पीछे स्थित अखाड़े में शुक्रवार देर शाम ताबड़तोड़ फायरिंग में मथुरा की पूजा तोमर(17) सहित पांच की मौत हो गई। पूजा अपने भार वर्ग की प्रतियोगिता में स्टेट और नेशनल चैंपियन रह चुकी थी। पूजा मूल रूप से मथुरा जिले के जमुना पार थाना क्षेत्र के गांव सिहोरा निवासी थी। वर्तमान में उनका परिवार शहर के लक्ष्मीनगर में रहता है। पिता रामगोपाल का यहां चौधरी मार्केट है। इसी मार्केट में पिता और भाई विष्णु कपड़े की दुकान करते हैं। विष्णु ने बताया कि उसके तीन बहनें हैं। सबसे बड़ी राधा की शादी हो चुकी है। उसके बाद शीतल और पूजा है। चार भाई-बहनों में सबसे छोटी पूजा वर्ष 2014 से वर्ष 2020 तक 57 किलोग्राम भार वर्ग की प्रतियोगिताओं में लगातार यूपी चैंपियन रह चुकी थी। वो वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में इसी भार वर्ग में नेशनल चैंपियन भी रही। विष्णु ने बताया कि पूजा 26 जनवरी को यहां आई थी और कुछ दिन बाद फिर रोहतक के अखाड़े में चली गई थी। पूजा के गुरु शिवालय चतुर्वेदी पहलवान हैं। पूजा ने इस वर्ष ही कक्षा 12 की परीक्षा पास की है। रोहतक में शुक्रवार शाम हुई घटना की जानकारी रात करीब साढ़े नौ बजे मिली। पिता रामगोपाल, भाई विष्णु और अन्य स्वजन रोहतक रवाना हो गए। लक्ष्मीनगर स्थित आवास पर मां हेमलता और परिवार के अन्य सदस्य रह गए हैं। इस घटना से परिवार में कोहराम मचा है।