हरदोई. हरदोई जिले के सुरसा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव के रहने वाली दिल्ली की युवती को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करने के मामले में केस दर्ज किया गया है. लव जिहाद के आरोपी रोशन अली और गांव के पूर्व प्रधान लाल मोहम्मद समेत पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है. बता दें कि लव जिहाद का आरोपी रोशन अली हिंदू युवती को बहला-फुसलाकर उसे मुंबई ले गया था. परिजनों के कहने पर उसने वापस लौटकर हिंदू रीति रिवाज से युवती के साथ शादी की थी.

हालांकि, शादी के बाद वह युवती के साथ अपने गांव वापस लौटा और उसने हिंदू युवती के साथ धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था. मंगलवार को युवती के पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने लव जिहाद के आरोपी युवक रोशन अली और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और अग्रिम कार्रवाई में जुटी है.

पुलिस को दी गई तहरीर में युवती के पिता ने कहा है कि वह लोग दलित बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं और मूल रूप से वह मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. वर्तमान में विष्णु नगर तिलक गार्डन नई दिल्ली में रहते हैं. रोशन दिल्ली में 830 बाजार के सामने मंदिर के बाहर फूल बेचता था. उसकी बेटी मंदिर में पूजा करने जाती थी. वहीं मंदिर पर ही रोशन से फूल खरीदती थी. रोशन ने उसे बहला फुसलाकर बड़े बड़े सपने दिखाकर अपने प्रेम जाल में फंसा लिया तथा उसकी बेटी का शारीरिक शोषण करने लगा.

तहरीर में आगे लिखा कि- विगत 18 जून को रोशन अली उसकी बेटी को लेकर मुंबई चला गया. जानकार वह बहुत दुखी हुआ और अपनी बेटी से कहा कि दिल्ली वापस आ जाओ हम तुम्हारा विवाह रोशन के साथ करवा देंगे. इसके बाद दोनों 21 जून को वापस आ गए, तब उसने और परिवारवालों ने 21 जून को कोठी झडेवाला मंदिर निकट करोल बाग बाजार दिल्ली में हिंदू रीति रिवाज से अपनी बेटी व रोशन लाल का विवाह संपन्न करा दिया. इसके बाद उसी दिन उसकी बेटी व उसका पति रोशन बेटी की ससुराल रामपुर मजरा उमरापुर थाना सुरसा जिला हरदोई चले आए.

तहरीर के अनुसार, 6 जून को हिंदू संगठन बजरंग दल जिला हरदोई द्वारा उसको रोशन के फोन से ही बताया गया कि उसकी बेटी का धर्म परिवर्तन करके दिनांक 5 जून को विपक्षीगणों ने षडयंत्र रचकर उसकी बेटी का निकाह रोशन के साथ रोशन के परिवार की उपस्थिति में करा दिया गया है. इसके बाद 7 जून को वह हरदोई आया और हिंदू संगठन बजरंग दल के लोगों से अपनी बेटी के बाबत संपर्क किया, तब रोशन के मुस्लिम सम्प्रदाय का होने की उसे जानकारी प्राप्त हुई.