सिरसा। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा व सांसद सुनीता दुग्गल के घेराव मामले में गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग करते हुए किसानों द्वारा शनिवार को शहीद भगत सिंह स्टेडियम सिरसा में महापंचायत का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले भर में धारा 144 लागू रही। इस महापंचायत में राकेश टिकैत समेत संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम बड़े नेता पहुंचे। वहीं हजारों की संख्या में किसान भी जमा हुए। हालांकि भूमणशाह चौक पर पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोकने की कोशिश की, लेकिन किसान उन्हें हटाकर आगे बढ़ गए।

वहीं राकेश टिकैत केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ खुलकर बोले। टिकैत ने कहा कि भाजपा वाले गफलत में हैं कि यह उनकी सरकार है। जबकि ये भाजपा की सरकार नहीं, मोदी की सरकार है, जिसको कम्पनियां चला रही हैं। अगर किसी पार्टी की सरकार होती तो अब तक किसानों से बातचीत हो गई होती। राकेश टिकैत यहीं नहीं रुके, उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि भाजपा के आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे बड़े नेता कैद में हैं। उनके बोलने पर पाबंदी लगाई हुई है। जो नेता विपक्ष में जनता की आवाज बनते थे, वे अब अपनी ही सरकार में बोल नहीं पा रहे। भाजपा वालों को अपने बड़े नेताओं के लिए मुक्ति आंदोलन चलाना चाहिए।

टिकैत ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को दिल्ली मोर्चे से हटाकर हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर शिफ्ट करना चाह रही है। इसलिए बार-बार यहां किसानों से छेड़खानी की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के जज देशद्रोह की धाराओं को गलत बताया रहे हैं। वहीं किसानों को इन धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। टिकैत ने ऐलान किया कि 5 सितंबर को मेरठ में महापंचायत का आयोजन करके पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के लिए अभियान शुरू किया जाएगा।

11 जुलाई को किसानों ने चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में आयोजित भाजपा कार्यक्रम का विरोध किया था। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद किसानों और पुलिस के बीच हालात तनावपूर्ण हो गए थे और इसी बीच हुई पत्थरबाजी में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी का शीशा टूट गया था। पुलिस ने इस मामले में 300 किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया था।

साथ ही 5 किसानों को राजद्रोह की धाराओं में गिरफ्तार किया था। किसानों ने घोषणा की थी कि अगर गिरफ्तार किसान खैरपुरवासी साहब सिंह, फग्गू वासी बलकार सिंह, निक्का सिंह, बलकार सिंह व रंगा वासी दलजीत को रिहा नहीं किया गया तो एसपी ऑफिस का घेराव किया जाएगा। इसलिए हालात को काबू करने के लिए जिले में धारा 144 लागू कर दी गई। वहीं रिजर्व फोर्स की 25 कम्पनियों को तैनात किया गया। प्रशासन ने किसानों को एसपी ऑफिस तक पहुंचने से रोकने के लिए बरनाला रोड पर नाकेबंदी कर दी थी। इसके अलावा वॉटर कैनन व वज्र वाहनों को भी तैनात किया गया था।