नई दिल्ली। फिक्स्ड इनकम चाहने वाले निवेशकों के लिए निवेश का एक बेहतरीन मौका मिल रहा है। एसबीआई म्यूचुअल फंड ने एसबीआई लॉन्ग ड्यूरेशन फंड को लॉन्च किया है। कहा जा रहा है यह किसी भी फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा बेनिफिट देगा। साथ ही यह एक ओपन-एंडेड डेट स्कीम है, जो निवेशकों को लंबी अवधि में एक नियमित आय उपलब्ध कराएगी।
गौरतलब है कि एसबीआई लॉन्ग ड्यूरेशन फंड का न्यू फंड ऑफर 12 दिसंबर, 2022 को खुल रहा है और 20 दिसंबर, 2022 को बंद होगा। निवेशक हर सात साल में इसके फ्लोर को रीसेट कर सकते हैं।
एसबीआई लॉन्ग ड्यूरेशन फंड की खासियत है कि यह फंड मुख्य रूप से लंबी अवधि की सरकारी प्रतिभूतियों (जी-सेक) में निवेश करेगा और रोल डाउन रणनीति के तहत मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करेगा। इसके अलावा, बाद के समय में इससे कम अवधि के जी-सेक में निवेश किया जा सकता है।
मेच्योरिटी वाले बाकी निवेश विकल्पों की तुलना में यह फंड इंडेक्सेशन लाभ के कारण पुनर्निवेश के जोखिम को कम करने और टैक्स में छूट हासिल करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, ओपन-एंडेड फंड होने के नाते यह निवेशकों को किसी भी समय अपने निवेश को वापस लेने की सुविधा देता है। हालांकि, निवेश वापस लेने पर यह मौजूदा पुनर्खरीद मूल्य पर वापस होगा।
एसबीआई लॉन्ग ड्यूरेशन फंड के लिए आवश्यक न्यूनतम आवेदन राशि 5,000 रुपये रखी गई है और उसके बाद 1 रुपये के गुणकों में है। स्कीम का बेंचमार्क क्रिसिल लॉन्ग है और यह उच्च ब्याज दर के साथ मध्यम क्रेडिट जोखिम देता है।
कहा जा रहा है कि एसबीआई लॉन्ग ड्यूरेशन फंड किसी फिक्स्ड डिपॉजिट से बेहतर फंड है, क्योंकि इससे मिलने वाला रिटर्न मार्केट-लिंक्ड होगा, यानी कि मार्केट के हिसाब से इसका स्कोर बेहतर है। इस हिसाब से एसबीआई टैक्स-फ्री बॉन्ड्स से लगभग 5.29% रिटर्न मिलने का अनुमान है। वहीं, यह तीन साल के बाद 20% पोस्ट-इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ आता है।
दूसरी तरफ, पांच साल की अवधि के लिए FD की दरें 6.40 प्रतिशत और 7.10 प्रतिशत तय की गई हैं। साथ ही SBI FD ब्याज पर स्लैब रेट से टैक्स लगता है। इस तरह एसबीआई लॉन्ग ड्यूरेशन फंड कई मामलों में बेहतर है।