आगरा। आगरा जिले में लगातार हो रही बारिश, जलभराव और अधिक बारिश होने की संभावना को देखते हुए नर्सरी से कक्षा 12 तक के सभी बोर्ड के विद्यालयों को दो दिन तक बंद कर दिया है। 10 और 11 अक्तूबर को अवकाश की अवधि में शिक्षकों की ओर से प्रशिक्षण सहित अन्य विभागीय कार्य किए जाएंगे।

जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) मनोज कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी की अनुमति से अवकाश घोषित किया गया है। सभी बोर्ड के राजकीय, परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर आदेश लागू होगा। इसका कड़ाई से अनुपालन करने के लिए कहा गया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से जारी किए गए आदेश पर प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी हस्ताक्षर किए हैं। जिले के तमाम परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों के प्रांगण में जलभराव हो गया है। विद्यार्थियों का विद्यालय भवन तक पहुंचना मुश्किल है। तमाम परिषदीय विद्यालयों के भवनों की दशा भी खराब है। ऐसे में अवकाश घोषित करने का निर्णय उचित है।

प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पेरेंट्स अवेयरनेस के राष्ट्रीय संयोजक दीपक सरीन ने बताया कि बारिश में भींगने से बच्चे बीमारी हो रहे हैं। संस्थान के हेल्पलाइन नंबर पर कई बच्चों ने फोन करके स्कूलों को बंद कराने की गुहार लगाई है।

उन्होंने रविवार को स्कूलों को बंद करने के संबंध में केंद्रीय शिक्षामंत्री, मंडलायुक्त व जिलाधिकारी को ई-मेल भी भेजा। वहीं, एक स्कूल की ओर से बच्चों को टूर पर भेजे जाने का विरोध किया है। जिलाधिकारी से मांग की है कि टूर निरस्त किए जाने के संबंध में निर्देश जारी किया जाए।

यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) की ओर से रविवार को बीएसए को संबोधित पत्र व्हाट्स एप पर भेजा गया था। यूटा के जिला महामंत्री राजीव वर्मा के मुताबिक 10 अक्तूबर से स्थिति सामान्य होने तक परिषदीय विद्यालयों में अवकाश घोषित किए जाने की मांग की गई है। स्कूलों के पुराने भवन बारिश में गिर सकते हैं।