कौशांबी. उत्तर प्रदेश के कौशांबी में हुए ट्रिपल मर्डर केस का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक पट्टे की बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के नियत से आरोपियों ने साजिश के तहत बेटी, दामाद और पिता की गोली मारकर हत्या की थी. पुलिस ने घटना में शामिल 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में अमर सिंह, सुरेश सिंह, अनुज सिंह, अमित सिंह, गुड्डू यादव, अरविंद यादव, अजीत यादव और तीरथ निषाद का नाम शामिल है, जबकि 3 अन्य आरोपियों के नाम भी जांच के दौरान पुलिस के सामने आए. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल 1 रायफल, 2 अवैध तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है.
एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि घटना का मुख्य सूत्रधार जयकरन सिंह यादव, अमर सिंह और सुरेश सिंह है. पट्टे की जमीन पर कब्जा करने के नियत से मृतकों के विपक्षियों को शामिल कर योजनाबद्ध तरीके से तीनों की हत्या की थी. मृतक के बेटे सुभाष ने 8 लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए की कार्रवाई भी की जाएगी.
आपको बता दें कि संदीपन घाट थाना इलाके के मोहिद्दीनपुर गौस गांव में 15 सितंबर को होरी लाल पासी, उसकी बेटी बृजकली और दामाद शिवसरन पासी की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस संबंध में मृतक के बेटे सुभाष चंद्र पासी ने 8 लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें गुड्डू यादव, अमर सिंह, अमित सिंह, अरविंद सिंह, अनुज सिंह, राजेंद्र सिंह, सुरेश सिंह व अजीत सिंह आरोपी बनाए गए थे.
एसपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम मोहिद्दीनपुर गौस में पंडा चौराहे के पास ग्राम समाज की लगभग 56 बीघा जमीन है. इसमें कुछ ग्रामीणों को पट्टा स्वीकृत हुआ था, जिसमें कुछ पट्टा धारक काबिज हो गए थे. कुछ काबिज नहीं हो पाए थे, जिनके द्वारा अपने पट्टे की भूमि अन्य लोगों को बेच दी गई थी. मृतक शिवसरन, मृतक होरी लाल के दामाद थे. शिवसरन एक पट्टे धारक से एग्रीमेंट करवा कर पंडा चौराहे की भूमि पर छप्पर डाल कर रहने लगा था. आरोपी अमर सिंह, सुरेश सिंह, अमित सिंह ने भी उस स्थान पर कुछ भूमि पट्टे धारकों से खरीदा था, लेकिन मौके पर भूमि खाली नहीं हो पाने के कारण कब्जा नहीं कर पाए थे. आरोपी जयकरन यादव की डेयरी भी विवादित स्थल पर थी. जमीन के आस-पास आईटीआई कॉलेज बन जाने से तथा वहां हाईवे प्रस्तावित हो जाने के कारण उस भूमि की कीमत कई गुना बढ़ गई है. इसके लालच में आरोपी वह जमीन को कब्जा करना चाहते थे.
एसपी ने बताया कि मृतक शिवसरन अनुसूचित जाति के थे. वह अपने बिरादरी को लोगों को एकत्रित किए रहता था. यह बात आरोपी जयकरन सिंह यादव, अमर सिंह और सुरेश सिंह को नागवार लग रही थी. इसके बाद घटना के मुख्य सूत्रधार जयकरन सिंह यादव ने अमर सिंह और सुरेश सिंह के साथ मिलकर शिवसरन पासी की हत्या की साजिश रची. जयकरन यादव ने होरी लाल के विरोधियों और अपने सहयोगियों के साथ मिलकर घटना की योजना बना कर असलहों की व्यवस्था की. योजनाबद्ध तरीके से जयकरन सिंह यादव, गुड्डू यादव, अरविंद सिंह यादव, अजीत यादव, अमर सिंह, अमित सिंह, अनुज सिंह, तीरथ निषाद, राजेंद्र सिंह ने शिवसरन के दरवाजे पर जाकर तीनो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है, जबकि 3 आरोपी अभी फरार हैं. जल्द उन्हें भी अरेस्ट कर जेल भेजा जाएगा.