बरेली। बरेली के शाही और शीशगढ़ इलाके में महिलाओं की हत्या करने वाले सीरियल साइको किलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कुलदीप गंगवार नवाबगंज इलाके का रहने वाला है। उसने छह महिलाओं की हत्या की बात कबूल की है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि सौतेली मां के सितम और पत्नी के दूसरे व्यक्ति से शादी करने के बाद कुलदीप महिलाओं से नफरत करने लगा था। इसी वजह से वह वारदातें कर रहा था।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि कुल 11 महिलाओं की हुई हत्याओं के खुलासे के लिए ऑपरेशन तलाश शुरू कर 22 टीमें लगाई थीं। इलाके में ग्रामीणों और मुखबिरों से जानकारी जुटाई गई। एक महिला समेत स्थानीय लोगों से मालूमात कर एक शख्स के हुलिये का स्केच बनाया गया। छह अगस्त को यह स्केच सार्वजनिक किए जाने के बाद से आरोपी के बारे में तथ्यात्मक सूचनाएं मिलने लगीं।
इसके आधार पर नवाबगंज थाने के गांव बाकरगंज समुआ निवासी कुलदीप को बृहस्पतिवार को शाही इलाके से गिरफ्तार किया गया। कुलदीप की शाही इलाके में दो बहनें और एक अन्य रिश्तेदार रहते हैं। अक्सर उनके घर पहुंचकर वहीं रुकता था।
पूछताछ में आरोपी ने छह वारदातें स्वीकारीं। उसके पास से जुलाई में मारी गई अनीता देवी का मतदाता पहचानपत्र, लाल रंग की लिपिस्टिक, लाल बिंदी, फटा हुआ ब्लाउज, आनंदपुर में खेत में काम करते वक्त कुलदीप के हाथों शिकार हुई प्रेमवती और महमूदन के हसिये, कुल्छा गांव की घटना में मारी गई धानवती का आधार कार्ड बरामद किया गया।
पिछले साल 30 जून को शाही के आनंदपुर गांव निवासी प्रेमवती की हत्या के मामले में पुत्र रामनरेश ने तीन नामजद और दो अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। भट्ठा मालिक दुनका निवासी जलील अहमद व अलीम अहमद के साथ आनंदपुर के ही जगदीश व दुनका के दो अज्ञात व्यक्तियों को शामिल किया था। हत्याकांड के बाद तीन थानाध्यक्ष विवेचना कर चुके थे, पर खुलासा अटका था।
थाना क्षेत्र के गांव कुलछा की धानवती मौर्य की हत्या 17 जून 2023 को कर दी गई थी, जब वह दवा लेने शाही आई थीं। तीसरे दिन 19 जून को धानवती का क्षतविक्षत शव गन्ने के खेत में गांव से आधा किमी पहले पड़ा मिला था। पुलिस ने घटनास्थल की संवेदनशीलता को न समझकर देखने वालों को शव के पास बेरोकटोक जाने दिया। इससे एफएसएल टीम को कोई मजबूत सुराग नहीं मिले।
परिजनों ने क्षेत्रीय विधायक डॉ डीसी वर्मा से भी शिकायत की, पर पुलिस ने रिपोर्ट ही नहीं लिखी थी। किसी तरह 21 जुलाई 2023 को एक महीने बाद धानवती की हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई। इसके बाद पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम व विसरा रिपोर्ट में कुछ नहीं आया। तत्कालीन एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने तर्क दिया था कि गर्मी से व्याकुल होकर महिला खेत में चली गई होगी। वहां बीमारी से उसकी मौत हो गई होगी। अब इस मामले का भी पुलिस ने खुलासा किया है।
शाही के ही खरसैनी गांव में अकेली रहने वाली 65 वर्षीय दुलारो देवी की 20 नवंबर को हत्या कर दी गई थी। उस घटना का रहस्य भी विवेचना में उजागर नहीं हो सका था। दुलारो देवी की इकलौती पुत्री हुलासो ने ससुराल से आकर अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया था। शुरू में संपत्ति या जेवरों की खातिर हत्या की चर्चा चली थी और करीबियों पर शक जताया गया था।
शीशगढ़ थाना क्षेत्र के गांव लखीमपुर में घास काटने गई 65 वर्षीय महमूदन की भी चुनरी से गला कसकर हत्या कर दी गई थी। उनका शव गन्ने के खेत में डाल दिया था। मृतका के बेटे ने किसी रंजिश से इन्कार करते हुए अज्ञात आरोपी पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
26 नवंबर को शीशगढ़ के जगदीशपुर में 55 वर्षीय उर्मिला देवी की भी गला कसकर हत्या कर दी गई थी। उर्मिला देवी के पति वेदप्रकाश ने गांव में आकर जुआ खेलने वाले पड़ोसी गांव के आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर शक जताया था। शुरू में पुलिस ने इस तरह के लोगों को पकड़कर पूछताछ भी की थी, पर खुलासा नहीं कर सकी।
शेरगढ़ के गांव हौसपुर निवासी सोमपाल की पत्नी 46 वर्षीय अनीता देवी की हत्या पिछले महीने कर दी गई थी। उनका शव दो जुलाई को शाही थाना क्षेत्र के बुुझिया जागीर के खेतों में पड़ा मिला था। वह घर से थाना फतेहगंज पश्चिमी के गांव खिरका अपने मायके गई थीं और अगले दिन वहां से अपने गांव हौसपुर लौट रही थीं। देर शाम तक अनीता देवी घर नहीं पहुंचीं तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। कुलदीप ने शुक्रवार को पुलिस टीम के साथ जाकर घटनास्थल दिखाया और बताया कि उसी ने हत्या की थी।