शामली। गठवाला खाप के प्रवक्ता डॉ. शीशपाल मलिक को फुगाना पुलिस ने करीब 35 साल पुराने मामले में गिरफ्तार कर मुजफ्फरनगर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। खाप प्रवक्ता का आरोप है कि शामली चीनी मिल गेट पर बुधवार को प्रस्तावित भूख हड़ताल को लेकर दबाव बनाने के लिए पुलिस ने यह कार्रवाई की गई है।
गांव बहावड़ी निवासी डॉ. शीशपाल मलिक का कोतवाली के सामने होम्योपैथिक का क्लीनिक है। मंगलवार सुबह करीब पौने दस बजे जब वे क्लीनिक पर पहुंचे तो उसी समय जिला मुजफ्फरनगर के थाना फुगाना की पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। शीशपाल मलिक ने बताया कि पुलिस ने उनका मोबाइल ले लिया और उन्हें शाम करीब चार बजे मुजफ्फरनगर सीजेएम न्यायालय में पेश किया। शाम को न्यायालय ने उन्हें जमानत पर रिहा किया।
शीशपाल ने बताया कि करीब 35 साल पहले 1987 में उनकी खाद की दुकान थी। दुकान संबंधी मामले में उन पर न्यायालय ने पांच सौ रुपये जुर्माना किया था। इस मामले में उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की थी। यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इसी मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। खाप प्रवक्ता ने बताया कि बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर बुधवार को चीनी मिल गेट पर खाप के प्रत्येक गांव से एक किसान यानि 52 किसान भूख हड़ताल पर रहेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि भूख हड़ताल स्थगित करने का दबाव बनाने के लिए उन पर यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि चीनी मिल गेट पर किसान भूूूख हड़ताल करेंगे। उधर, इस संबंध में फुगाना थाना प्रभारी केपी सिंह ने बताया कि किसी मामले में शीशपाल मलिक को कोर्ट में पेश करने संबंधी कोर्ट का नोटिस मिला। कोर्ट के नोटिस के आधार पर उन्हें मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया।