नई दिल्ली। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने के बाद भी अदाणी समूह पर दिखाई दे रहा है। जनवरी में अदाणी समूह पर आई रिपोर्ट ने उस समय इसके शेयरों को धराशायी कर दिया था। इसके साथ ही गौतम अदाणी की संपत्ति में भी काफी कमी आ गई थी। बीच में शेयरों की स्थिति संभलती दिखी थी, लेकिन वित्तीय वर्ष का पहला दिन इस बात की ओर इशारा करता है कि अदाणी ग्रुप के लिए चुनौतियां अभी बरकरार हैं।

वित्तीय वर्ष के शुरू होने के साथ ही पहले कारोबारी दिन के अंत तक आते-आते अदाणी ग्रुप को काफी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं, समूह का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 100 अरब डॉलर से नीचे दर्ज किया गया।

पहले कारोबारी दिन में Adani Group में लिस्टेड 10 में से आठ कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में NDTV के शेयर 2.95 फीसदी गिरकर 186.05 रुपये पर, Adani Wilmar 2.38 फीसदी की गिरावट के साथ 396.20 रुपये पर, अदाणी टोटल गैस 2.28 फीसदी गिरकर 848.00 रुपये पर, Adani Enterprises 1.85 फीसदी फिसलकर 1,718.00 रुपये पर, Adani Power 0.78 फीसदी टूटकर 190.10 रुपये पर और Adani Ports 0.44 फीसदी गिरकर 629.15 रुपये पर बंद हुआ।

इन शेयरों में गिरावट देखे जाने के अलावा, अदाणी समूह के दो शेयरों में लोअर सर्किट भी लगा। इसमें पहला नाम Adani Transmission का है, जो 5 फीसदी गिरकर 943.40 रुपये पर बंद हुआ। वहीं, दूसरा नाम Adani Green Energy का है, जो 5 फीसदी फिसलकर 837.10 रुपये पर बंद हुआ।

शेयरों की मांग में कमी आने के साथ ही समूह के संस्थापक गौतम अदाणी की संपत्ति में भी कमी आ गई है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अदाणी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में 23वें स्थान पर थे, जबकि Forbes की लिस्ट के मुताबिक, गौतम अदाणी 27वें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति में 2.81 फीसद की कमी आई है और इससे उन्हें करीब 9871 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।