लखनऊ/इटावा. समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव उर्फ नेताजी का मंगलवार को उनके गांव सैफई में अंतिम संस्कार किया गया. इसके बाद उनके छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को मीडियाकर्मियों से बात की. इस दौरान वे बेहद भावुक नजर आए. उन्होंने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव से अपने संबंधों को लेकर बयान दिया और कहा कि वह जीवन भर नेताजी की कही बातों को ही मानते रहे हैं.
शिवपाल यादव ने कहा, नेताजी ने मुझे पढ़ाया भी है. मुझे साइकिल पर बिठाकर स्कूल भी ले जाया करते थे. जब मुझे साइकिल चलनी आ गई थी तो मैं भी नेताजी को बिठा कर ले जाता था. शिवपाल सिंह ने कहा, हर मोर्चे पर, हर मौके पर हमने अभी तक जो भी फैसले लिए हैं, वह नेताजी के कहने पर ही लिए हैं. हमने कभी भी नेताजी की किसी बात को नहीं टाला है. कोई भी बात हो किसी भी तरह की बात हो, मैंने नहीं टाला है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव से जब यह पूछा गया कि क्या अब परिवार के सभी लोग इकट्ठे आ जाएंगे? इस पर उन्होंने कहा, यह वक्त अभी इन मुद्दों पर बात करने का नहीं है, जब वक्त आएगा तब देखा जाएगा. संरक्षक की भूमिका पर कहा कि जब जो जिम्मेदारी मिलेगी वह किया जाएगा.
शिवपाल यादव ने कहा, हमारे साथ जो लोग जुड़े हैं, जितने भी लोग हमारे साथ जुड़े हैं, जिनको सम्मान नहीं मिल रहा है, जिनको कोई पूछ नहीं रहा है; उनको सबको हम इकट्ठा करके उनकी राय से कोई फैसला करेंगे. उत्तर प्रदेश में हमारा दल भी है, इस पर हम आगे फैसला लेंगे. अभी समय नहीं है लेकिन उनसे राय लेकर फैसला लिया जाएगा.
इस सवाल पर कि क्या एक दिल्ली तो एक यूपी संभालने का वक्त है? इस पर शिवपाल यादव ने कहा कि इस समय तो कोई फैसले की बात है नहीं है. हम यह बताने की स्थिति में नहीं है कि हम आगे क्या करेंगे. शिवपाल सिंह यादव ने कहा, नेताजी हमारे पिता समान थे. बचपन से लेकर अब तक जितनी भी सेवा कर सकते थे, हमने उनकी सेवा की है. आज हमारे मन का संसार सिकुड़-सिकुड़ा सा लगता है. वो आज हमारे बीच नहीं हैं.
शिवपाल यादव ने कहा, नेताजी के पास जो भी आया है, जिसने भी उनके साथ काम किया है. उन्होंने कभी भी उनको नाराज नहीं किया. हमने भी जीवन में उसी रास्ते पर चलने का प्रयास किया है और आगे भी करेंगे. उनकी जो विचार धारा थी हम उसी पर चलने का प्रयास करेंगे.