नई दिल्ली. रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाए जाने के बाद से ही निजी और सरकारी बैंक भी अपनी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं. अब निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक ने भी अपनी ब्याज दरों में वृद्धि की है, जिससे बैंक से लोन लेने वाले ग्राहकों को अब ज्यादा ईएमआई चुकानी होगी. बैंक ने बताया है कि नई दरें 16 नवंबर से ही लागू हो चुकी हैं और इसके दायरे में एक साल से लेकर विभिन्न अवधि वाले कर्ज आएंगे.
कोटक महिंद्रा बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में 10 आधार अंक यानी 0.10 फीसदी की वृद्धि की गई है. यह बढ़ोतरी एक साल वाले एमसीएलआर में कई है. बैंक के ज्यादातर लोन इसी एमसीएलआर से जुड़े होते हैं. इसमें होम, ऑटो और पर्सनल लोन शामिल होते हैं. बैंक ने अब एमसीएलआर को 8.75 फीसदी से बढ़ाकर 8.85 फीसदी कर दिया है. नई दरें 16 नवंबर, 2022 से ही प्रभावी हो चुकी हैं. बैंक अपनी एमसीएलआर की हर महीने समीक्षा करता है.
बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ओवरनाइट एमसीएलआर से लेकर तीन साल तक की दरों में बदलाव किया गया है. अब रिवाइज रेट 7.80 फीसदी से 9.05 फीसदी तक हो गया है. इससे पहले अक्टूबर के मध्य में भी बैंक ने अपने एमसीएलआर में बढ़ोतरी की थी. तब यह 7.70 फीसदी से लेकर 8.95 फीसदी की रेंज में पहुंच गया था.
कोटक बैंक ने अपनी एमसीएलआर में बढ़ोतरी एसबीआई के ब्याज दरें बढ़ाने के बाद किया है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने विभिन्न टेन्योर के कर्ज पर एमसीएलआर में 15 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी. एसबीआई ने अपने एक साल के टेन्योर पर एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.05 फीसदी कर दिया है, जो पहले 7.95 फीसदी था. उसकी नई दरें 15 नवंबर से ही प्रभावी हो चुकी हैं.
रिजर्व बैंक ने बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए मई से अब तक रेपो रेट में चार बार बढ़ोतरी की है. आरबीआई ने मई में 50 आधार अंक रेपो रेट बढ़ाया था, जिसके बाद से हर मौद्रिक समीक्षा बैठक में ब्याज दरें बढ़ाई जा रही हैं. अब तक कुल 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी रेपो रेट में हो चुकी है. ऐसे में बैंकों ने भी बाहरी बेंचमार्क से जुड़े कर्ज की ब्याज दरों को भी इतना ही बढ़ा दिया जबकि एमसीएलआर जैसे आंतरिक बेंचमार्क की ब्याज दरों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी की जा रही है.