मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में कमिश्नरी के सामने त्यागी समाज का धरना-प्रदर्शन में बुधवार को श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी पहुंची। यहां उन्होंने कहा कि अभी तक उनसे किसी नेता ने मिलने की कोशिश नहीं की है।
जानकारी के अनुसार कमिश्नरी पार्क में चल रहे धरने में अनु त्यागी ने कहा, किसी नेता ने अभी तक उनसे मिलने तक का प्रयास नही किया है। समाज जो कहेगा उसी आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। जब तक न्याय नहीं मिलता धरना जारी रहेगा।
कमिश्नरी स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में चल रहे त्यागी समाज का धरने में लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी को न्याय के लिए अब देशव्यापी प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है। धरने का नेतृत्व कर रहे मांगेराम त्यागी ने कहा कि प्रशासन और शासन की उदासीनता से आक्रोश बढ़ रहा है।
धरने में कई लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है। उनका कहना है कि प्रशासन का भी कोई अधिकारी सुध नहीं लेने आ रहा है। इससे आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
भाजपा को भी चेतावनी दी है कि शहर से लेकर गांव तक त्यागी इलाके में नेता नहीं घुस पाएंगे। समाज के लोगों ने पार्टी का बहिष्कार करने का अल्टीमेटम जारी कर दिया है।अधिक से अधिक संख्या में धरने में आने का आह्वान सोशल मीडिया के माध्यम से किया गया है।
इससे पहले धरना-प्रदर्शन के दौरान श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी ने आपबीती भी सुनाई थी। अनु ने बताया कि पुलिसकर्मी उन्हें गाड़ी में बैठाकर थाने ले गए थे, जबकि थाने में एक भी महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। उन्होंने थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का भी आरोप लगाया था।
अनु त्यागी ने बताया कि उन्हें तीन दिनों तक थाने में भूखा ही रखा गया। उधर, घर की बिजली भी काट दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे बच्चे 16 घंटे तक भूखे ही रहे। अनु ने कहा कि मेरे नौ व 12 साल के बच्चों को सोसायटी के लोगों ने गुंडा तक कहा है। सोसायटी के कुछ लोगों ने पहले से ही साजिश रची थी। मात्र छह इंच का पौधा लगाने को लेकर विवाद हो गया।
उन्होंने सांसद महेश शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके अस्पताल में किए जा रहे अवैध निर्माण की जांच की जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि नेताओं की संपति की जांच की जानी चाहिए। रालोद के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि अब त्यागी समाज को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि सांसद राजेंद्र अग्रवाल और महेश शर्मा को जवाब देने का समय आ गया है। श्रीकांत त्यागी का गाली देना गलत था लेकिन जो कार्रवाई की गई उसका हम विरोध करते हैं।