माफिया अतीक अहमद अब अतीत हो चुका है, लेकिन उसके परिवारों के कारनामों की कहानियां जिंदा हैं। अब खबर है कि उमेश पाल हत्याकांड में कथित तौर पर शामिल रहे अतीक के बेटे असद ने खुद को बचाने का दमदार प्लान तैयार किया था। हालांकि, आखिरी समय में सारी प्लानिंग धरी रह गई। इतना ही नहीं, कहा जा रहा है कि असद ने जानबूझकर खुद को सीसीटीवी में कैद कराया। अप्रैल के मध्य में ही उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उमेश पाल की हत्या के दौरान असद ने अपना मोबाइल और एटीएम कार्ड लखनऊ में दोस्त आतिन जाफर को इस्तेमाल करने के लिए। कहा जा रहा है कि इसके जरिए असद दिखाने की कोशिश करना चाह रहा था कि कांड के वक्त वह लखनऊ में था। जाफर अतीक के करीबी जफरुल्लाह का बेटा है। फिलहाल, जफरुल्लाह अतीक के सबसे बड़े बेटे उमर के साथ लखनऊ जेल में बंद है।
रिपोर्ट के अनुसार, उमेश पाल की हत्या के दौरान असद की पहचान छिपाने के लिए मंकी कैप की व्यवस्था भी की गई थी। हालांकि, कहा जा रहा था कि असद को अतीक और अशरफ ने गाड़ी से नहीं उतरने के लिए कहा है, लेकिन अगर वह गाड़ी से बाहर आएगा, तो मंकी कैप लगानी होगी। खबर है कि वारदात के वक्त असद ने जानबूझकर मंकी कैप नहीं पहनी और सीसीटीवी में नजर आया, ताकि अतीक और अशरफ की नजरों में उसका सम्मान बढ़ सके।
खबरें आई थीं कि इस मामले में असद का नाम सामने आने के बाद शाइस्ता और अतीक के बीच कहासुनी भी हुई थी। हालांकि, रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि इस घटना से अतीक खुश था और असद को शेर का बेटा बताया था। पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस को शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम समेत कई लोगों की तलाश है।