मेरठ के शास्त्रीनगर में सड़क के गड्ढों की वजह से सोमवार को हुए हादसे में स्पोर्ट्स कारोबारी पंकज मेहता के घर का चिराग बुझ गया। अमर उजाला टीम ने मंगलवार को शहर का जायजा लिया तो हर सड़क में जानलेवा गड्ढे नजर आए। कलक्ट्रेट और एमडीए दफ्तर के बाहर भी सड़क के गड्ढों में तब्दील है।
जिम्मेदार सो रहे हैं इसलिए जरूरी है कि आप खुद ही संभलकर चलें। वाहन की रफ्तार कम रखें। दोपहिया पर हेलमेट जरूर लगाएं। सुरक्षित ढंग से ओवरटेक करें। मेरठ ने जब प्रमुखता से खबर को प्रकाशित किया तो कई स्थानों पर बुधवार को गड्ढों को भरवाया गया। वहीं गुरुवार सुबह सपा विधायक अतुल प्रधान पीडब्ल्यूडी कार्यालय में धरना देकर बैठ गए।
शहर में आए दिन सड़को के गड्ढों के कारण लोगों की जान जा रही है। दुर्घटना बढ़ रही है। पेराई सत्र शुरू होने वाला है, लेकिन अभी तक देहात में भी गड्ढे नही भरे गए। इन सभी समस्याओं को लेकर सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान लोक निर्माण विभाग में धरने पर बैठ गए। विधायक ने कहा कि सरकार विकास कार्य के दावे कर रही है लेकिन जमीन पर कोई कार्य नही हो रहा है। विधायक के साथ काफी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी धरने पर बैठे हैं। उधर, अधिकारियों का कहना है कि सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए बजट मिल चुका है 15 नवंबर तक सभी सड़कें गड्ढामुक्त कर दी जाएंगी।
दिल्ली रोड पर पैदल चलना भी मुश्किल है। रैपिड रेल के कार्य की वजह से सफर खतरनाक हो गया है। सड़क के एक हिस्से पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं वहीं दूसरी तरफ हर कदम पर गड्ढे हैं। लोक निर्माण विभाग ने अतुल माहेश्वरी सेतु और परतापुर फ्लाईओवर पर मिट्टी और रोड़ी से गड्ढे भर दिए हैं पर तारकोल नहीं डालने की वजह से बजरी बिखरी पड़ी है। ऐसे में यहां हादसों का खतरा बना हुआ है।
गढ़ रोड पर गांधी आश्रम चौराहे के पास भी सड़क जर्जर हो चुकी है। कैलाशपुरी के मुख्य मार्ग बच्चा पार्क चोराहे और बुढ़ाना गेट क्षेत्र की सड़कें भी बदहाल हैं। रेलवे रोड चौराहे से घंटाघर, छतरी वाला पीर तक गड्ढे ही गड्ढे हैं। भूमिया पुल से हापुड़ अड्डे तक भी पैदल चलना मुश्किल है।
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि हमने परतापुर से बेगमपुल होते हुए मोदीपुरम तक सड़क की मरम्मत के लिए टीम के साथ बैठक कर निर्देश जारी कर दिए हैं। जल्द कार्य पूरा होगा।