मेरठ। सपा विधायक रफीक अंसारी और श्रम कल्याण बोर्ड परिषद के पूर्व अध्यक्ष पंडित सुनील भराला को फोन पर हत्या की धमकी दी गई है। विधायक के मामले में एसएसपी से शिकायत के बाद सीओ ने जांच शुरू की है, जबकि सुनील भराला के मामले में दौराला थाने में केस दर्ज किया गया है।

शहर विधायक रफीक अंसारी के मुताबिक उनके पास शनिवार शाम एक कॉल आई। इसमें फोन करने वाले ने उनसे कहा कि उनकी जान को खतरा है। हरियाणा से कुछ लोग आए हुए है जो भाजपा वालों ने बुलवाए हैं।

कॉलर ने दावा किया कि वह उनका शुभचिंतक है। इसलिए उन्हें जानकारी दे रहा है। करीब 2.40 मिनट की बातचीत के बाद फोन कट गया। उन्होंने इस बारे में एसएसपी से शिकायत की आैर फोन की रिकार्डिंग भी सुनवाई। बाद में सीओ की जांच में पता चला कि जिस व्यक्ति ने फोन किया था, उसने पिछले पांच माह में एकमात्र यह फोन किया है। अब यह फोन बंद आ रहा है। एक अधिवक्ता की आईडी से भी फोन के लिंक की जांच की जा रही है।

वहीं, ऐसे ही दूसरे मामले में भराला गांव निवासी श्रम कल्याण बोर्ड परिषद के पूर्व अध्यक्ष पंडित सुनील भराला ने बताया कि 10 सितंबर को वह अपने आवास से वृंदावन जाने के लिए निकल रहे थे। इस दौरान उनके पास एक फोन आया। कॉल करने वाले ने अपना नाम नहीं बताया और फोन काट दिया। इसके बाद दोबारा फोन आया तो वह अभद्रता करने लगा।

इसके बाद फोन काटा और फिर से कॉल की। इस बार एक मामले में जांच वापस न लेने पर उन्हें और उनके परिवार की हत्या करने की धमकी दी। पंडित भराला ने बताया कि 29 जून को उन्होंने आवास विकास परिषद गाजियाबाद द्वारा नियम विरुद्ध जमीन आवंटन के मामले में मुख्यमंत्री से शिकायत की थी।

इस पर एक जांच कमेटी बनाई जा रही है। इसी जांच को वापस लेने के लिए धमकी दी गई। भराला ने इस मामले की शिकायत एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से की। एसएसपी ने बताया िक केस दर्ज कर लिया गया है।