मुजफ्फरनगर : लोकसभा चुनाव के लिए सपा और रालोद ने गठबंधन पर नए सिरे से मुहर लगा दी है। संभावना है कि रालोद मुजफ्फरनगर, बागपत और कैराना समेत सात सीटों पर चुनाव लड़ेगा, लेकिन दोनों दलों के बीच प्रत्याशी और सिंबल को लेकर अदला-बदली भी हो सकती है। ऐसे में कैराना सीट पर रालोद के सिंबल पर सपा का प्रत्याशी चुनाव लड़ सकता है।
शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ओर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर गठबंधन पर स्थिति साफ की। इसके बाद रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने एक्स पर ही पोस्ट कर अपनी सहमति की मुहर लगाई। शीर्ष नेतृत्व के बीच दिल्ली में सीटों की सहमति को लेकर लंबी बातचीत हुई थी। दूसरे दौर में लखनऊ में शुक्रवार को गठबंधन पर सहमति बनीं। बताते हैं कि रालोद के हिस्से में सात सीट आई हैं, इनमें मुजफ्फरनगर, कैराना, बागपत और मथुरा पर सपा ने अपना दावा छोड़ दिया है। जबकि अन्य तीन सीटों पर अगले दौर की बातचीत में समीकरण साफ होने का अनुमान है। दोनों नेताओं ने हालांकि सीटों का जिक्र अपनी पोस्ट में नहीं किया है।
रालोद और सपा के बीच अब बिजनौर या अमरोहा, हाथरस या फतेहपुर सीकरी और मेरठ या गाजियाबाद सीट पर अपनी-अपनी दावेदारी चल रही है। रालोद ने मेरठ सीट पर दावा किया है।
दोनों दलों के बीच हुई बातचीत के बाद यह भी चर्चा है कि आसपा अध्यक्ष चंद्रशेखर सुरक्षित सीट नगीना से चुनाव लड़ेंगे। यही वजह है कि सपा और रालोद ने अपनी बातचीत में नगीना सीट को शामिल नहीं किया है। देखने वाली बात यह होगी की नगीना पर गठबंधन अपने पत्ते कब खोलेगा। हालांकि एक्स पर पोस्ट में अभी आसपा का जिक्र नहीं किया गया है।
रालोद और सपा ने विधानसभा चुनाव में भी सिंबल पर सहमति बनाने के बाद प्रत्याशी बदल लिए थे। यही वजह है कि मीरापुर से चौहान और पुरकाजी से अनिल कुमार रालोद के टिकट पर चुनाव जीते थे। इस बार भी यही फार्मूला अपनाने की तैयारी है। कैराना में सिंबल रालोद और प्रत्याशी सपा का होने का अनुमान है।
पूर्व सांसद और सपा में पश्चिम के रणनीतिकारों में शामिल पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक भी शुक्रवार सुबह लखनऊ पहुंचे। गठबंधन पर मुहर से पहले पश्चिम के समीकरण भी जानने की कोशिश दोनों नेताओं ने की। मलिक मुजफ्फरनगर से टिकट के दावेदार हैं।
रालोद से टिकट की चाह रखने वालों की लंबी सूची है। शामली के विधायक प्रसन्न चौधरी, रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व विधायक चंद्रवीर सिंह की बेटी मनीषा अहलावत के नामों का जिक्र भी खूब होता है।