लखनऊ। एसटीएफ सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे वसूलने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड मनीष यादव को लखनऊ में मटियारी तिराहे के पास से गिरफ्तार किया है। उसके दो अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन कमाने वाले संगठित गिरोह के बारे में गोपनीय सूचना मिली थी। जिसके आधार पर की गई छानबीन के आधार पर एसटीएफ ने अंबेडकरनगर के ग्राम किसनापुर निवासी मनीष यादव को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मनीष ने अपने साले लखनऊ के आलोकनगर निवासी जितेन्द्र राजपूत व जौनपुर निवासी सुशील मौर्य के साथ मिलकर कई युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये हडपनें की बात स्वीकार की।
आरोपी ने बताया कि लगभग बीस युवकों को सेना में भर्ती कराने का दावा कर उनसे सात-सात लाख रुपये वसूले हैं। वसूली गई रकम तीनों ने आपस मे बांट लिया। था। बताया कि जितेन्द्र साइबर कैफे का संचालन भी करता है। आरोपित उसके साइबर कैफे से फर्जी परिचयपत्र व ज्वाइनिंग से जुड़े दिशा निर्देश तैयार करते थे।
सुशील मौर्य युवकों को भर्ती का झांसा देकर फंसाता था और उनका संपर्क मनीष यादव से कराता था। जितेन्द्र उनके नाम पर कूटरचित दस्तावेज तैयार करता था। आरोपितों के विरुद्ध लखनऊ के चिनहट थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज कराई गई है। एसटीएफ जितेन्द्र व सुशील की तलाश कर रही है। गिरोह के जाल में फंसे युवकों से संपर्क करने का प्रयास भी किया जा रहा है।