मेरठ. चार्टर्ड एकाउंटेंट यानी सीए बनने की इच्छा रखने वाले कामर्स छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। कक्षा 12वीं के चार साल के स्थान पर अब साढ़े तीन साल में ही सीए बन सकेंगे। सीए के तीन चरणों की पढ़ाई में प्रश्नपत्रों की संख्या भी कम की जाएगी। हर प्रश्नपत्र में अब 30 प्रतिशत बहुविकल्पीय और 70 प्रतिशत विस्तृत उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। बहुविकल्पीय प्रश्नों में गलत जवाब पर एक चौथाई अंक कटेंगे भी। भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट संस्थान ने अधिसूचना जारी कर 30 दिनों में आपत्ति व सुझाव मांगे हैं।

सीए में फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और तीसरे चरण में फाइनल परीक्षा होती है। वर्तमान में दूसरे चरण के बाद अभ्यर्थी को तीन साल तक सीए के मार्गदर्शन में प्रोफेशनल ट्रेनिंग होती थी जिसे घटाकर अब दो साल कर दिया है। तीन साल की ट्रेनिंग के बीच 156 दिन का स्टडी लीव मिलता था जिसे अब खत्म करने का प्रस्ताव दिया गया है जिससे दो साल में ही ट्रेनिंग पूरी हो सके। इसके साथ ही सीए इंटरमीडएिट और फाइनल में दो-दो प्रश्नपत्र कम कर छह-छह प्रश्नपत्र होंगे।

इसमें इंटरमीडिएट एकाउंट और एडवांस एकाउंट को मिलाकर एडवांस एकाउंट रहेगा। फाइनेंसियल मैनेजमेंट और इकोनोमिक्स के प्रश्नपत्र से इकोनोमिक्स को हटाया है। इंफार्मेशन टेक्नोलाजी एंड स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट से आइटी को हटाया है। फाइनेंसियल मैनेजमेंट और स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट को एक पेपर किया गया है। सीए फाइनल में स्ट्रेटेजिक कास्ट मैनेजमेंट के पांचवें पेपर को हटाया है। साथ ही कारपोरेट एंड इकोनोमिक्स ला का पाठ्यक्रम भी हटा दिया है।

सीए काउंसिल ने वर्चुअल ट्रेनिंग की भी सुविधा दी है। इससे जो छात्र देश के बाहर रहकर सीए की पढ़ाई करते हैं उन्हें अब प्रशिक्षण के लिए भारत नहीं आना पड़ेगा। वह आनलाइन माध्यम से ही ट्रेनिंग पूरी कर सकेंगे। इसके अलावा सीए पूरा करने के बाद यिद कोई सर्टिफकेट आफ प्रैक्टिस करना चाहता है तो उन्हें एक साल का अनुभव लेना होगा तभी आफिस खोल सकेंगे।