बांदा। यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार बनने पर शर्त में बाइक हारने वाले अवधेश की चर्चा आसपास ही नहीं कई जनपदों में है। शनिवार की सुबह उसके लिए खुशी लेकर आई, जब सपा से जुड़े कुशवाहा समाज के नेता उसके दरवाजे पर नई बाइक लेकर पहुंचे। अवधेश ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार जताते हुए कहा कि अब वह फिर से फेरी लगाने का अपना कारोबार शुरू कर सकेगा।
क्या है पूरा मामला : मटौंध थाना क्षेत्र के बसहरी गांव में रहने वाला अवधेश कुशवाहा बाइक से फेरी लगाकर कारोबार करता है और पड़ोस में रहने वाला बिलेटा सैनी टेंपा चलाकर परिवार का पालन करता है। यूपी विधानसभा चुनाव में छह फरवरी को बातों-बातों में उन दोनों ने अजब गजब शर्त लगा ली थी। चुनाव में बिलेटा ने भाजपा के जीतने व अवधेश ने सपा के जीतने की बात कही थी। दोनों ने शर्त लगाते हुए बकायदा सौ रुपये के स्टांप में लिखा-पढ़ी कराई थी, जिसमें छह गवाहों के हस्ताक्षर कराए गए थे।
शर्त में दांव लगा दी थी बाइक और टेंपो : स्टांप पेपर पर लिखी गई शर्त में था कि भाजपा सरकार बनती है तो अवधेश अपनी मोटरसाइकिल बिलेटा सैनी को देगा। इसी तरह दूसरे नंबर में लिखा था कि सपा सरकार बनती है तो बिलेटा सैनी अपनी टेंपो अवधेश कुशवाहा को दे देगा। दोनों वाहनों के बकायदा स्टांप में नंबर भी अंकित किए गए थे। इसकी चर्चा गांव ही आसपास क्षेत्र तक फैल गई थी।
अवधेश हार गया शर्त : दस मार्च को परिणाम आने पर भाजपा की अधिक सीटें आने पर अवधेश शर्त हार गया था और लिखे अनुसार अपनी बाइक बिलेटा सैनी के नाम कर दी थी। इस वाक्ये की जानकारी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को हुई तो उन्होंने अवधेश को लखनऊ बुलवाया था। उन्होंने उसे 1.10 लाख रुपये की आर्थिक मदद में चेक देकर दोबारा ऐसी शर्त न लगाने की सख्त हिदायत भी दी थी।
सपा नेता जगदीश कुशवाहा मदद में मिली राशि से बाइक खरीद कर शनिवार सुबह अवधेश कुशवाहा के घर पहुंचे और उसे चाबी सौंपी। बाइक की चाबी मिलने पर उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सपा नेता जगदीश कुशवाहा ने कहा कि अब अवधेश फिर से अपना फेरी लगाने का कारोबार कर सकेगा। शर्त में बाइक हारने के बाद उसकी आजीविका का साधन छिन गया था। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आभार जताते हुए कहा कि इससे कुशवाहा समाज का सम्मान बढ़ा है।