दूदू. जयपुर जिला ग्रामीण के दूदू थाना इलाके से 3 सगी बहनों समेत 2 बच्चों के शव मिले हैं. बहनें 25 मई की दोपहर मायके से दो बच्चों को साथ लेकर निकली थीं. 3 सगी बहनें कालू देवी, ममता देवी और कमलेश के शव 4 साल के हर्षित और 26 दिन के नवजात के साथ नरेना सड़क मार्ग के पास एक कुएं में मिले हैं. सूचना पर दूदू थाना पुलिस और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. 3 महिलाओं और दो बच्चों के शवों को कुएं में से बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हुई है.

तीनों महिलाओं की दो बच्चों साथ मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम का माहौल है. जानकारी के मुताबिक मृतकों में ममता देवी 8 माह की गर्भवती और कमलेश 9 माह की गर्भवती थी. आरोप है कि तीनों ससुराल पक्ष की मारपीट से प्रताड़ित थीं और लंबे समय से तनाव में चल रही थीं. ऐसे में पुलिस को आशंका है कि ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से तंग आकर तीनों महिलाओं ने दो बच्चों समेत आत्महत्या की है.दूदू में कुएं से 3 सगी बहनों समेत 2 बच्चों के मिले शव.आरोप-ससुराल वालों ने खूब किया तंग: मृतकों के रिश्तेदार हेमराज मीणा ने बताया कि तीनों सगी बहनों की शादी एक ही घर में की गई थी. ससुराल में सास, जेठानी और तीनों महिलाओं के पति काफी प्रताड़ित किया करते थे. तीनों सगी बहनों के साथ उनके पति मारपीट भी करते थे.

आरोप है कि 10 दिन पहले तीनों बहनों को ससुराल पक्ष ने मारपीट और प्रताड़ित कर घर से बाहर निकाल दिया था. जिस पर तीनों सगी बहनों को उनके परिजन मायके ले आए थे. मारपीट के चलते कालू देवी के सिर और आंख पर चोट भी लगी थी. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया था. तीनों सगी बहनों के परिजनों ने कई बार ससुराल पक्ष वालों से समझाइश की और हाथाजोड़ी की लेकिन उसके बावजूद भी उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया. आशंका है कि दबाव में आकर आखिरकार तीनों ने सामूहिक आत्महत्या का कदम उठाया. अब मृतकों के परिजन ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएंगे.

पुलिस पर लगाया खानापूर्ति का आरोप: मृतकों के रिश्तेदार हेमराज मीणा का कहना है कि सगी बहनों के साथ घर से लापता होने पर जब परिजन दूदू थाने पहुंचे तो पहले पुलिस ने शिकायत दर्ज करने में आनाकानी की. ग्रामीणों का विरोध देखकर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली लेकिन 24 घंटे तक पुलिस ने कोई भी एक्शन नहीं लिया. इस पर जब रिश्तेदारों ने पुलिस के आला अधिकारी और महिला आयोग में शिकायत की तो स्थानीय विधायक ने परिजनों पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया. मृतकों के परिजनों ने स्थानीय विधायक बाबूलाल नागर पर इधर-उधर शिकायत न करने का दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं.