पटना। केंद्र सरकार ने बिहार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दस नेताओं की दी गई वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली है। करीब तीन महीने पहले अग्निवीर आंदोलन के समय इन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से खास सुरक्षा दी गई थी। उस समय पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी एवं प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल समेत बिहार भाजपा के कई नेताओं के आवास पर हमले किए गए थे। हालांकि केंद्र के इस फैसले की सूचना उन्हें नहीं है, जिन्हें सुरक्षा दी गई है। बचौल ने बताया कि उनकी सुरक्षा में केंद्रीय बलों के जवान अभी भी लगे हैं।

जिनकी सुरक्षा वापस ली गई है उनमें राज्य की पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी, बिहार भाजपा अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल, विस्फी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल, संजय सरावगी, पटना की दीघा विधानसभा के विधायक संजीव चौरसिया, दिलीप जायसवाल और सांसद गोपालजी ठाकुर शामिल हैं।

विदित हो कि इसी साल जून महीने में भारतीय सेना में बहाली की अग्निपथ योजना के विरोध में देश में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इसका सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला था। विपक्ष के बिहार बंद के दौरान ट्रेन और बस को जलाने के साथ सरकारी संपत्तियों का नुकसान पहुंचाया गया था। विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व मध्‍य रेलवे ने ट्रेनों के परिचालन के समय में अस्‍थायी बदलाव किया था।

विरोध जता रहे लोगों ने बिहार के भाजपा नेताओं के साथ ही बीजेपी आफिस को भी निशाना बनाया था। भाजपा नेताओं व बीजेपी के कार्यालयों पर हमले पर प्रदेश अध्‍यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा था कि साजिश के तहत हमें टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने प्रदर्शन को लेकर पुलिस-प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने बिहार भाजपा के 10 नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी थी। राज्य के बीजेपी नेताओं को वाई श्रेणी की सिक्योरिटी दी गई थी। अब केंद्रीय गृह मंत्रालय खास सुरक्षा को वापस ले लिया है।