बिहार. बिहार के बड़हिया शहर का नाम आते ही मन मे मिठाई, वह भी रसगुल्ले की तस्वीर उभरने लगती है. दरअसल, बिहार का ये छोटा सा कस्बा पड़ोसी राज्यों में भी रसगुल्ले के लिए मशहूर है. यहां के रसगुल्ले की मांग काफी रही है.

बड़हिया में खासकर लग्न या फिर बड़े आयोजनो में लोग ऑर्डर पर रसगुल्ला ले जाते है. यहां के कारीगरों द्वारा बनाया गया गुलाब जामुन, स्पंज, क्रीमचॉप, रसमलाई, एटमबम , राजभोग की डिमांड काफी ज्यादा है. बड़हिया में छोटे-बड़े मिलाकर मिठाई की लगभग 100 दुकानें हैं, जहां रसगुल्ला बनाया जाता है.

इन दुकानों से करीब एक हजार मजदूरों की रोजी-रोटी चलती है. आलम यह है कि बड़हिया के प्रसिद्ध रसगुल्ला व्यापार ने अब कुटीर उद्योग का रूप ले लिया है. स्थानीय निवासी अमित कुमार बताते है कि रसगुल्ले के लिए बड़हिया दशकों से मशहूर है. यहां रोजाना 20 से 25 क्विंटल रसगुल्ले की ब्रिक्री होती है. इन दिनो लग्न में ब्रिक्री का आंकड़ा काफी बढ़ गया है.

वहीं, छपरा से आए ग्राहक बताते है कि जब भी बड़हिया से गुजरते है, यहां का रसगुल्ला जरूर खाते है और साथ में अपने परिवारों के लिए लेकर भी जाते है. वह बताते हैं कि यहां का रसगुल्ला जितना स्वाद के लिए मशहूर है, वहीं इसकी कीमत भी अन्य शहरों की अपेक्षा कम है.

शीतला मिष्ठान भंडार के मालिक अमित कुमार बताते हैं कि अभी लग्न का समय है, जिसमें बड़हिया के रसगुल्ले का डिमांड अन्य जिलों के साथ दूसरे प्रदेशों से भी खूब आ रही है और खूब ऑर्डर मिल रहा है. खासकर काला जामुन, स्पंज, क्रीम चॉप सभी मिठाइयों की डिमांड बढ़ गई है.