कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा ग्रामीणों के साथ 25 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत पुलिस से की है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. दरअसल उरगा थाना क्षेत्र के भैसामुड़ा गांव में रहते हुए 15 साल से झोलाछाप डॉक्टरी कर रहे व्यक्ति ने 30-40 ग्रामीणों को उनके खाते में बैंक से अनुदान में रकम दिलाने की बात कहकर उनसे दस्तावेज हासिल कर लिए. फिर बैंक से उनके नाम से कुल 25 लाख रुपए लोन निकालकर भाग गया. ग्रामीणों को इसकी जानकारी भी नहीं थी.
बसूली वाले पहुंचे घर तो हुआ खुलासा
लेकिन जब लोन की वसूली के लिए बैंक कर्मी ग्रामीणों के घर पहुंचने लगे, तब ठगी का पता चला. बिना लोन लिए ब्याज व रकम चुकाने में असमर्थ ग्रामीण परेशान होकर उरगा थाना पहुंचे. जहां झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की है. ग्रामीणों के मुताबिक पूर्व में भी शिकायत की गई. लेकिन ग्रामीणों की शिकायत है कि उरगा पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. ग्रामीणों के अनुसार ठगी करने वाला झोलाछाप डॉक्टर महेश धीवर है. जो मूलत: जांजगीर-चांपा के अफरीद गांव का रहने वाला है. वह करीब 15 साल से भैंसामुड़ा में रहकर आसपास गांव के लोगों का इलाज करता था.
ग्रामीणों को था भरोसा
जिस कारण ग्रामीणों को उस पर भरोसा था. ग्रामीणों ने अपने शिकायत में कहा कि बैंक कर्मी अब उनसे लोन की रकम की वसूली के लिए आ रहे हैं. लेकिन जब उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज को लेकर महेश धीवर लोन निकलवाने पहुंचा था, तब उन्हें न तो बुलाया गया और न ही कोई दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन करने पहुंचा. जो बैंक की भी लापरवाही लग रही है. या फिर बैंक का भी कोई कर्मचारी की मिलीभगत हो सकती है. उरगा पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.