लखनऊ। कोव‍िड महामारी के दौरान योगी सरकार द्वारा चलाई गयी फ्री राशन योजना को अब सरकार बंद करने जा रही है. जिसके बाद लाभार्थियों को राशन के लिए भुगतान करना होगा. इस संबंध में राज्‍य के सभी ज‍िला पूर्त‍ि अध‍िकार‍ियों ने आदेश दे द‍िया है.

वर्ष 2020 में कोव‍िड महामारी के दौरान योगी सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए केंद्र सरकार की तरह फ्री राशन योजना को शुरू क‍िया था. अब सरकार ने इसे बंद करने का न‍िर्णय ल‍िया है. राशनकार्ड धारकों को गेहूं के ल‍िए 2 रुपये प्रति किलो और चावल के ल‍िए 3 रुपये प्रति किलो की दर से भुगतान करना होगा. जुलाई से यह बदलाव लागू क‍िया गया है. यूपी में राशन व‍ितरण दो महीने की देरी से चल रहा है. ऐसे में स‍ितंबर महीने के राशन के बदले लाभार्थ‍ियों को भुगतान करना होगा.

योगी सरकार ने वर्ष 2020 में कोविड महामारी के दौरान शुरू की गई मुफ्त राशन योजना को पहले मार्च 2022 तक बढ़ाया था. मार्च में सत्‍ता में वापसी के बाद इसे तीन महीने के लिए और बढ़ाया गया था. फ‍िलहाल यूपी में राशन कार्डधारकों की संख्या 3.59 करोड़ है. इसमें गृहस्थ राशन कार्ड धारक 3.18 करोड़ और अंत्योदय कार्ड धारक 40.92 लाख हैं. दोनों तरह के राशनकार्ड पर कुल आश्रित 14.94 करोड़ हैं.

गृहस्थी कार्ड धारकों को 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं द‍िया जाता है. वहीं, अंत्योदय कार्ड धारकों को 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल द‍िया जाता है. इस राशन को सरकार कोव‍िड से अब तक मुफ्त दे रही थी. लेक‍िन अब गेहूं के ल‍िए 2 रुपये प्रति किलो और चावल के ल‍िए 3 रुपये प्रति किलो का भुगतान करना होगा.