गोपालगंज. आमतौर पर महिला खुद को सुंदर दिखने के लिए तमाम उपाय करती हैं, लेकिन यही सुंदरता किसी महिला के लिए काल बन जाए तो इसे आप क्या कहेंगे? ऐसा ही एक मामला बिहार के गोपालगंज जिले से प्रकाश में आया है, जहां गुलफ्शा खातून की सुंदरता ही उसकी मौत का कारण बन गई. दरअसल उसके पति को शक होने लगा कि उसकी पत्नी का किसी गैर मर्द से संबंध है और इसी कारण के कारण पति ने मायके से खुशी-खुशी पत्नी को विदा कर ससुराल के लिए निकला तो जरूर लेकिन उसने रास्ते में अपनी पत्नी की गला रेतकर हत्या कर दी. बताया जाता है कि गुलबसा खातून है नाम की महिला इतनी खूबसूरत थी कि अक्सर लोग उनकी सुदंरता की चर्चा कर तारीफ करते थे. लेकिन, यही यही तारीफ उसके शौहर को शक की दलदल में धकेल गया, जिसके बाद शौहर सद्दाम अपनी पत्नी को शक की निगाहों से देखने लगा और आखिरकर उसकी हत्या कर दी.

बताया जाता है कि सीवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव के रहनेवाले रूस्तम अली की बेटी गुलबसा खातून की शादी पांच साल पहले छपरा के पानापुर थाना क्षेत्र के सद्दाम हुसैन के साथ हुई थी. शादी के बाद दो बच्चे भी हुए. लेकिन, गुलबसा खातून की सुंदरता को लेकर अक्सर सद्दाम उसे शक की निगाहों से देखता था. सोमवार को उसने धोखे से पत्नी को फोनकर ये बताया कि पुलिस ने उसे पिकअप गाड़ी के साथ पकड़ लिया है. कुछ पैसे चाहिए तुम मेरे बैंक खाते में डाल दो. गुलबसा पैसे डालने के लिए मीरगंज गई, जहां सद्दाहमाद ने उसे अपने साथ कार में बैठा लिया और देर शाम होने पर जीगना मानिकपुर के पास अपनी बेगम गुलबसा की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी और शव को हाई-वे के किनारे फेंक दिया ताकि हत्या हादसा लगे.

इधर हत्या की खबर मिलने पर मौके पर पहुंची मीरगंज पुलिस ने महिला का शव बरामद किया. उसके बाद तफ्तीश में जुट गई. इसी बीच गुलबसा का शौहर सद्दाम और उसका दोस्त आमिर हुसैन नेपाल भाग नेपाल भाग रहे थे. लेकिन, पुलिस ने जब मोतिहारी और गोपालगंज के बीच डुमरिया पुल पर जब एक कार रोकर तलाशी ली तो कार में खून के धब्बे दिखे, जिसके बाद शक के आधार पर पुलिस ने दोनों को दबोच लिया. इन दिनों से जब सख्ती सो पूछताछ की गयी तो दोनों ने गुलबसा की हत्या की बात कबूल कर ली, जिसके बाद पुलिस दोनों को मीरगंज थाना लेकर आयी. पुलिस ने दोनों का अलग-अलग बयान दर्ज किया और महज कुछ ही घंटों में हत्या की गुत्थी तो सुलझा दिया.

बताया जाता है कि शक की चक्कर में शौहर सद्दाम जहर भी खा चुका था. उसे लगा रहा था कि गुलबसा का किसी गैर मर्द से प्रेम-संबंध है. इसीलिए वो ज्यादातर अपने मायके में रहती है. वारदात वाले दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ. गुलबसा अपने मायके में थी. शौहर ने उसे फोनकर मीरगंज बुलाया, जहां पहले सो वो कार लेकर अपने दोस्त के साथ मौजूद था. उसके बाद उसे कार में बिठाकर अपने घर यानि गुलबसा के ससुराल लेकर जाने की बात कह कर कार स्टार्ट करके चल दिया. गुलबसा को नहीं पता था कि उसका शौहर सद्दाम ही उसे मार देगा.