नई दिल्ली. उत्तर भारत में पहाड़ों से लेकर मैदानों तक और मध्य भारत में लू से बुरा हाल है। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 11 जून से थोड़ी राहत मिलेगी। पूरी राहत के लिए मानसून की झमाझम का इंतजार करना पड़ेगा। वैसे तो 29 मई को ही केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में मानसून का कोई अता-पता नहीं है। इन सबके बीच मौसम विभाग ने एक अच्छी खबर दी है। आईएमडी मुताबिक 15 जून से देश के मध्य और उत्तर के मैदानी इलाकों में मानसून की रफ्तार में तेजी आने की संभावना है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने देश के मध्यवर्ती और उत्तरी मैदानी इलाकों में भी वर्षा होने की संभावना है। भारत में वार्षिक वर्षा की करीब 70 प्रतिशत मानसून के मौसम में होती है और इसे देश की कृषि आधारित आर्थिकी के लिए बेहद अहम माना जाता है। इस साल मानसून अपने सामान्य समय से दो दिन पहले 29 मई को केरल पहुंचा था। हालांकि एक जून से वर्षा औसत से 42 प्रतिशत कम रही है।
महापात्र ने कहा, फिर भी दक्षिणी, पूर्वी और पुर्वोत्तर राज्यों में सामान्य और सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम, दक्षिण बंगाल, मेघालय, सिक्किम और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इस दौर में मानसून की प्रगति खासकर मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में, कई फसलों की रोपाई के लिए बेहद अहम है।
उधर, देश को तर करने और प्यास बुझाने वाला वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून धीमे धीमे बढ़ रहा है। यह बीते 6 दिनों से स्थिर था। अभी यह कोंकण से कुछ दूर है। अगले दो दिनों में यह मुंबई पहुंच सकता है। इसके असर से महाराष्ट्र के कई हिस्से भीगेंगे और इसका वेग बढ़ा तो मप्र, गुजरात के कुछ हिस्सों को भी तर कर देगा।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक इस बार भी दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में मानसून प्रचलित तारिख 27 जून के आसपास पहुंचने की संभावना है। ऐसी कोई प्रणाली नहीं है जो इसकी प्रगति को बाधित कर सकेगी। वैसे एक या दो सप्ताह में स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। पिछले साल भी मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की थी कि मानसून अपने सामान्य तिथि से करीब 2 हफ्ते पहले दिल्ली पहुंच जाएगा, लेकिन यह 13 जुलाई को राजधानी पहुंचा, जो 19 साल में सबसे अधिक विलंब अवधि थी।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक यूपी में मानसून 15 जून तक दस्तक दे सकता है, लेकिन दक्षिण-पश्चिम मानसून धीमी गति के कारण 2-3 दिन विलंब हो सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जून के अंतिम सप्ताह में ही मानसून पश्चिमी यूपी तक पहुंचने के आसार हैं। इसी के बाद गर्मी से राहत मिलेगी। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि पश्चिमी यूपी में मानसून 25 से 30 जून के बीच दस्तक देगा।