बरेली। बरेली के नवाबगंज में बरौर गांव में सीमेंट-सरिया के कारोबारी जलीस अहमद के घर में सोमवार रात दीवार फांदकर घुसे दर्जन भर डकैत 15 लाख रुपये कैश, पांच लाख के जेवर और एक कार लूट ले गए। मंगलवार दोपहर फरीदपुर में हाईवे किनारे एक ढाबे के पास छोड़ी गई कार तो मिल गई मगर डकैतों का कोई सुराग नहीं लगा। सीमेंट-सरिया के अलावा जलीस का आरा मशीन, गुड़ और प्रापर्टी डीलिंग का भी कारोबार है। बहगुल नदी के पुल के पास अपने खेत में बने दोमंजिले मकान के ऊपरी हिस्से में उनका परिवार रहता है। नीचे सरिया-सीमेंट का गोदाम है। जलीस के मुताबिक सोमवार रात करीब 12.30 बजे 12 नकाबपोश बदमाश पीछे की दीवार पर चढ़कर घर में घुस आए। घर में सो रहे जलीस, उनकी पत्नी मुन्नी, बेटे जावेद, जुबैद, छोटू और जावेद की पत्नी निशा व बहन हिना को जगाकर पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया। बदमाशों ने इसके बाद दो घंटे लूटपाट की और जाते समय जलीस की कार भी ले गए। डायल 112 पर सूचना देने के बाद सुबह आईजी रमित शर्मा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण व एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम से जांच कराने के साथ जिले की सीमाओं पर चेकिंग शुरू कराई गई।
कारोबारी जलीस अहमद के घर डकैती के दौरान बदमाशों ने महिलाओं के प्रति काफी नरम और सम्मानजनक रवैया अपनाया। महिलाएं शरीर पर लाखों के जेवर पहने हुए थीं, लेकिन बदमाशों ने उन्हें छुआ तक नहीं। उल्टे डरी हुई महिलाओं को यह कहते हुए दिलासा दिया, हम उसूलों वाले हैं, औरतों के जेवर नहीं उतरवाते।
दो घंटे तक लूटपाट के दौरान उन्होंने किसी के साथ मारपीट या बदसलूकी भी नहीं की। इतना ही कहा कि जैसा वे कह रहे हैं, वैसा-वैसा करते रहो, वर्ना सीधे गोली ही मारेंगे। जलीस अहमद के परिवार के मुताबिक सभी बदमाश 24-25 साल के थे। उनकी भाषा भी स्थानीय थी।
लूटपाट के बाद जाते समय बदमाशों ने कार की चाबी मांगी तो घर के लोगों ने बहाना बनाने की कोशिश की। इस पर बदमाशों ने उन्हें धमकाया तो घर की एक महिला ने उन्हें चाबी दे दी। कार ले जाने से पहले बदमाशों ने उनसे कहा, परेशान मत होना। गाड़ी अपने साथ नहीं ले जाएंगे, रास्ते में कहीं छोड़ देंगे। जल्दी निकलना है इसलिए कार लेकर जा रहे हैं। बदमाशों ने यह वादा पूरा किया और कार फरीदपुर में ढाबे के पास छोड़ गए।
बदमाशों ने तमंचों के जोर पर घर की महिलाओं और पुरुषों को अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया। शोर मचाने पर गोली मार देने की धमकी देने के बाद दोनों कमरों के बाहर एक-एक बदमाश भी खड़ा हो गया। सबसे पहले बदमाशों ने घर में रखे सभी मोबाइल फोन और अलमारियों की चाबियां कब्जे में लीं। तीन अलमारियों के लॉक जब नहीं खुले तो उन्हें तोड़ दिया।
जिस कमरे में महिलाएं बंद थीं, उसकी खिड़की में ग्रिल नहीं लगी थी। बदमाशों के जाने के बाद महिलाएं खिड़की से बाहर निकलीं, फिर दूसरे कमरे में कुंडी खोलकर पुरुषों को बाहर निकाला। जो कार बदमाश ले गए, वह जलीस के बेटे जावेद की शादी में मिली थी। फरीदपुर में कार मिलने के बाद उसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।