नई दिल्ली. गर्मियों के मौसम में बेवजह अलार्म चेन पुलिंग (एसीपी) की घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए मध्य रेलवे जोन में मुंबई के कई स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत में वृद्धि की है. नई दरें 9 मई यानी आज से लागू हो जाएंगी. मध्य रेलवे ने इन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दी है.
हालांकि, यह मूल्य वृद्धि अस्थाई है. रेलवे के अनुसार, यह दर 9 मई से लेकर 23 मई तक लागू रहेगी. जिन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट का रेट बढ़ाया गया है उनके नाम हैं- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, दादर, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, ठाणे, कल्याण और पनवेल.
गैर-अनिवार्य कारणों से हो रही चेन पुलिंग
रेलवे के अनुसार, यात्री देर से आने व बीच में किसी स्टेशन पर चढ़ने या उतरने जैसे बेहद गैर-अनिवार्य कारणों से चेन पुलिंग कर रहे हैं. मध्य रेलवे ऐसी घटनाओं को लेकर मुस्तैद है और रेलवे स्टाफ की सतर्कता और अन्य यात्रियों की सहायता से अधिकांश मामलों में दोषी को पकड़ लिया जा रहा है लेकिन कई बार अज्ञात लोगों पर भी मामले दर्ज हो रहे हैं. मिंट की एक खबर के मुताबिक, 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मुबंई डिविजन में चेन पुलिंग के 332 केस दर्ज हुए हैं. इनमें से 53 मामले को उचित कारणों के तहत दर्ज किया गया है जबकि 279 मामले गैर-जरुरी कारणों के तहत दर्ज हुए हैं. इनमें से 188 लोगों भारतीय रेलवे कानून की उचित धारा के तहत दोषी पाया गया है और 94,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया है.
कैसे काम करता है चेन पुलिंग सिस्टम
जब एक लोकल ट्रेन की अलार्म चेन खींची जाती है तो यह ट्रेन के मोटरमैन और गार्ड को अलर्ट भेजने के साथ-साथ संबंधित कोच में एक छोटा लीवर विस्थापित कर देती है. ट्रेन को दोबारा चलाने के लिए इस लीवर को ठीक करना होता है. वहीं, मेल/एक्सप्रेस ट्रेन की अलार्म चेन खींची जाती है, तो यह पैसेंजर अलार्म सिग्नल डिवाइस (पीएएसडी) को सक्रिय कर देती है. इसे ट्रेन के गार्ड, टीटीई या अन्य किसी अधिकारी द्वारा देखकर ठीक किया जाता है और फिर ट्रेन चलाई जाती है. चेन पुलिंग से ट्रेन का रोका जाना न केवल उसे बल्कि उसके पीछे अन्य ट्रेनों को भी प्रभावित करता है. ये ट्रेन के समय में देरी का कारण बनता है और कुछ लोगों को छोड़कर इससे सभी अन्य यात्रियों को तकलीफ होती है.