चंडीगढ़. पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के विधायक ने राष्ट्रपति चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया है. विधायक मनप्रीत अयाली ने कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने के फैसले पर कोई मशविरा नहीं किया गया. याली ने कहा बीजेपी से गठजोड़ रहते भी पंजाब के कई मसले हल नहीं हुए. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने मुर्मू को समर्थन दिया था लेकिन उनके तीन में से एक MLA मनप्रीत अयाली ने बाग़ी सुर दिखाते हुए पार्टी अध्यक्ष की बात नहीं मानी. बता दें पंजाब और हरियाणा विधानसभा के परिसरों में सुबह 10 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ. चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला है.

पंजाब में कांग्रेस के प्रताप बाजवा, सुखपाल सिंह खैरा, सुखजिंदर रंधावा और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं और कैबिनेट मंत्री लालचंद मत डाल चुके हैं. वहीं, हरियाणा में मंत्री कमल गुप्ता ने सबसे पहले मतदान किया. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)-जननायक जनता पार्टी के कई विधायक मतदान के लिए विधानसभा परिसर पहुंचे, जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों के दोपहर में मतदान करने की संभावना है.

कांग्रेस के विधायक खैरा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ हम यशवंत सिन्हा के लिए मतदान करेंगे और हमें उम्मीद है कि वह भारत के अगले राष्ट्रपति होंगे.’’

पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में आप के 92 , जबकि कांग्रेस के 18 विधायक हैं. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के तीन, बीजेपी के दो, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का एक और एक निर्दलीय विधायक है. पंजाब में कांग्रेस के आठ लोकसभा सांसद, शिअद और बीजेपी के दो-दो और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) का एक सांसद है. वहीं, सभी सात राज्यसभा सदस्य आप के हैं. आप और कांग्रेस ने सिन्हा, जबकि शिअद और बसपा ने मुर्मू का समर्थन करने की घोषणा की है.