खरगौन। मध्य प्रदेश के खरगौन में जिस मुस्लिम महिला का घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बना था और जिसे ढहा दिया गया था, अब उस परिवार से प्रशासन ने संपर्क किया है.
अंग्रेज़ी अख़बार ’द इंडियन एक्सप्रेस’ लिखता है कि राज्य के प्रशासन ने उनसे संपर्क किया, उन्हें राशन मुहैया कराया और उनके पुनर्वास के विकल्पों पर चर्चा की.
अख़बार लिखता है कि 13 अप्रैल को उसकी एक ख़ास रिपोर्ट में बताया गया था कि 60 वर्षीय हसीना फ़ख़रू समेत 12 घरों को अवैध संपत्ति बताते हुए ढहा दिया गया था. ज़िला प्रशासन की यह कार्रवाई राम नवमी के जुलूस के बाद भड़की हिंसा के एक दिन बाद की गई थी.
शनिवार को ज़िला प्रशासन के अधिकारी फ़ख़रू और उनके परिवार से मिले जो कि एक ख़ाली पड़ी हुई मस्जिद में शरण लिए हुए हैं. प्रशासन ने उन्हें राशन मुहैया कराया और परिवार के सदस्यों के अंगूठों के निशान लिए और उन्हें एक मल्टिप्लेक्स में भेजने की सूचना दी.
हसीन फ़ख़रू के बेटे अमजद ख़ान ने बताया कि उन्होंने मल्टिप्लेक्स में जाने से इनकार कर दिया क्योंकि वो इमारत एक ’सांप्रदायिक इलाक़े’ में है. खरगौन की ज़िला कलेक्टर अनुग्रहा पी ने अख़बार को बताया कि ’सरकार परिवार का पुनर्वास करेगी.’