नई दिल्ली. अगर आप iPhone यूज करते हैं, तो आपको अब थोड़ी परेशानी हो सकती है। हाल में आई एक रिपोर्ट के अनुसार ऐपल iPhone और iPad पर पहले से ज्यादा ऐड (विज्ञापन) दिखाने की तैयारी कर रहा है। ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमैन के अनुसार ऐपल के ऐडवर्टाइजिंग प्लैटफॉर्म्स के वाइस प्रेसिडेंट टेरेसी कंपनी के रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए ऐसा कर सकते हैं। टेरेसी ऐपल के रेवेन्यू को डबल डिजिट में पहुंचाने का टारगेट लेकर चल रहे हैं। अभी ऐपल का ऐनुअल रेवेन्यू करीब 4 बिलियन डॉलर का है। ऐपल ने अपने मैप्स ऐप में सर्च ऐड्स की टेस्टिंग भी शुरू कर दी है। आने वाले दिनों में इसकी टेस्टिंग ऐपल बुक्स और ऐपल पॉडकास्ट्स के लिए भी की जा सकती है।

ऐपल अभी अपने ऐप स्टोर्स में ऐड दिखाता है। ऐप स्टोर के सर्च पेज में ऐप्स को प्रमोट करने के लिए डिवेलपर्स ऐपल को पैसे भी देते हैं। रिपोर्ट के अनुसार ऐपल इसी ऐडवर्टाइजिंग मॉडल को अपने मैप्स ऐप में भी शुरू करने की सोच रहा है। इसी तरह आने वाले दिनों में बुक्स और पॉडकास्ट ऐप के सर्च में ऊपर दिखने के लिए भी पब्लिशर्स को पैसे देने पड़ सकते हैं।

गुरमैन के अनुसार ऐपल ऐप स्टोर को कुछ हफ्तों में टुडे टैब और ऐप डाउनलोड पेजेस तक बढ़ाया भी जा सकता है। अभी ऐपल ऐप स्टोर के सजेस्टेड पैनल में दिए गए सर्च टैब में ऐड दिखते हैं। कुछ दिनों में ऐपल इन ऐड्स को मेन टुडे टैब के साथ ही थर्ड पार्टी ऐप डाउनलोड पेजेस में भी डिस्प्ले कर सकता है।

ऐपल ने iOS 14.5 में इस फीचर को लॉन्च किया था। इस फीचर की मदद से यूजर यह तय कर सकते हैं कि फोन में मौजूद ऐप उन्हें दूसरे प्लैटफॉर्म या वेबसाइट पर ट्रैक कर सकते हैं या नहीं। यह फीचर यूजर्स के लिए बड़े काम का साबित हुआ, लेकिन दूसरे बिजनस को इससे काफी नुकसान हुआ। एक रिपोर्ट के अनुसार छोटे बिजनस के रेवेन्यू में ऐपल ऐप ट्रैकिंग फीचर के कारण 13 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं, दूसरी तरह रिसर्च फर्म Omdia के अनुसार पिछले साल ऐपल का ऐडवर्टाइजिंग बिजनस 238% की बढ़ोतरी के साथ 3.7 बिलियन डॉलर का हो गया।