नई दिल्ली. दरअसल, पिछले दिनों रूस की राजधानी में खेले गए ‘मॉस्को चेस ओपन’ प्रतिस्पर्धा के दौरान कुछ ऐसा ही हुआ. स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, शतरंज की बिसात पर एक तरफ़ सात साल का एक लड़का था तो दूसरी तरफ़ एक रोबोट.मॉस्को चेस फेडरेशन के अध्यक्ष सर्गेई लाज़ारेव ने बताया, “खेल के दौरान रोबोट ने लड़के की उंगली तोड़ दी.”

सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि रोबोट अपनी चाल चलने के लिए एक मोहरा उठाता है. इसके बाद उस लड़के ने भी अपनी चाल चलने के लिए हाठ बढ़ाया ही था कि रोबोट ने उसकी उंगली पकड़ ली.

सर्गेई लाज़ारेव ने बताया, “लड़के ने अपनी चाल चली लेकिन उसके बाद हमें रोबोट को अपनी चाल चलने के लिए वक़्त देना होता है लेकिन बच्चे ने यहां पर जल्दबाज़ी कर दी और रोबोट ने उसकी उंगली पकड़ ली.” ये घटना मॉस्को में 13 जुलाई से 21 जुलाई के बीच खेले गए इंटरनेशनल चैंपियनशिप ‘मॉस्को चेस ओपन’ के दौरान हुई.

मॉस्को चेस फेडरेशन के अध्यक्ष ने बताया कि रोबोट ने पहले भी कई बाज़ियां खेली थीं और ऐसी कोई घटना पहले कभी नहीं घटी. उन्होंने बताया, “हमने उस रोबोट को किराये पर लिया था. ये कई मौकों पर काफी लंबे समय से अलग-अलग जगहों पर कई एक्सपर्ट के साथ खेल चुका है.” सर्गेई लाज़ारेव ने ये भी साफ़ किया रोबोट के लिए वे लोग ज़िम्मेदार नहीं हैं.

उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि रोबोट ऑपरेटर्स को सुरक्षा बढ़ाने के लिए सोचना होगा ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.” घायल होने के बावजूद उस लड़के ने आख़िरकार इस टूर्नामेंट में अगले दिन हिस्सा लिया.