आरा। गजराजगंज ओपी के बामपाली गांव के स्कूल से पांचवीं के छात्र दया को कथित रूप से अगवा कर नृशंस तरीके से उसकी हत्या किए जाने के मामले में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि चचेरी बहन को नकल कराने के लिए फेंके गए नकल पर्ची को कहीं लड़की ने लव लेटर तो नहीं समझ लिया। लड़की ने इसकी शिकायत अपने भाइयों से कर दी। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
सोमवार की सुबह महतवनिया हाल्ट से ढाई 100 मीटर दूर पर किशोर का शव चार टुकड़ों में मिला तो लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। मृतक किशोर का एक पैर रविवार को महतवनिया गांव के ही काली मंदिर के पास से बरामद हुआ था। शव को कुत्ते नोंच रहे थे।
बता दें कि अशोक सिंह के 12 वर्षीय पुत्र दया का शव शुक्रवार की सुबह जैसे ही मिला तो हली टोला के ग्रामीण व महिलाएं महतवनिया पहुंच गई और रेलवे ट्रैक पर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान ट्रेनों को भी रोकना पड़ा। करीब छह घंटे बाद दोपहर 12 बजे शव उठ सका।
इधर, शव मिलने की सूचना मिलते ही एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु, मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार सिंह, आरा सर्किल इंस्पेक्टर गौतम कुमार, उदवंतनगर थाना इंचार्ज शशि भूषण प्रसाद, बिहियां थाना इंचार्ज भानु सिंह, मुफस्सिल थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह एवं गजराजगंज ओपी इंचार्ज सहित सैकड़ों की संख्या में पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस ने बताया कि अशोक कुमार सिंह का पुत्र दया कुमार सिंह आरा के धरहरा स्थित हास्टल में रहकर पढ़ता था। पिता अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वह 13 अक्टूबर की दोपहर वह अपने चाचा संतोष कुमार की बेटी व चचेरी बहन निधि कुमारी को परीक्षा दिलवाने के लिए बामपाली गांव के मध्य विद्यालय गया था तभी खिड़की की तरफ से दया ने अपनी बहन को ओर नकल फेंकी थी।
कागज का टुकड़ा क्लास में बैठी दूसरी लड़की के पास गिरा। लड़की को लगा कि किशोर ने प्रेम पत्र फेंका है। उसने इसकी शिकायत अपने भाईयों से की। इसके बाद उसके भाईयों ने किशोर को काफी मारा। इसके बाद किशोर लापता हो गया। परिजनों ने गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस को बाद में किशोर का शव मिला। पुलिस मामले की जांच कर रही है।