कोलकाता. पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्दवान जिले से एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक पति ने अपनी पत्नी का हाथ इसलिए काट दिया क्योंकि उसे एक सरकारी अस्पताल में नर्स की नौकरी मिल गई थी। 24 वर्षीय महिला रेणु खातून दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है, जबकि आरोपी 26 वर्षीय शेर मोहम्मद शेख फरार है। पूर्वी बर्दवान जिले के पुलिस अधीक्षक कमनाशीष सेन ने कहा, “मामला दर्ज कर लिया गया है। आदमी फरार है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि उसने अपनी पत्नी को नौकरी मिलने के बाद ईर्ष्या के कारण ऐसा किया।”

पुलिस ने बताया कि दोनों की शादी करीब पांच साल पहले हुई थी। युवक गांव में किराने की दुकान चलाता है वहीं महिला पहले एक निजी नर्सिंग होम में नर्स का काम करती थी। महिला ने बाद में एक नर्सिंग कोर्स किया। दंपति का अक्सर झगड़ा होता रहता था। पीड़िता के भाई रिपन शेख ने कहा, “उसने मेरी बहन की कलाई काट दी ताकि उसे शारीरिक रूप से विकलांग बनाया जा सके जिससे उसे कभी नर्स की नौकरी न मिले।” पुलिस ने कहा कि पीड़िता के अनुसार रविवार की रात करीब 1 बजे उसका पति और उसके दो सहयोगियों के साथ कमरे में घुसा जब वह सो रही थी।

उन्होंने पहले उसकी चीख को दबाने के लिए उसके चेहरे पर एक तकिया रखा और फिर उसकी दाहिनी कलाई काट दी। पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि वह दोनों साथियों को पहचान लेगी। केतुग्राम पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह व्यक्ति नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी एक नर्स की नौकरी करे, जिसे कहीं और भी तैनात किया जा सकता है और वह उस पर से नियंत्रण खो देगा।” कलाई काटकर युवक महिला को अस्पताल ले गया और वहां से फरार हो गया। हालांकि आरोपी पति कटा हुआ हाथ अपने साथ लेकर अस्पताल नहीं गया ताकि उसे सिल कर फिर से न जोड़ा जा सके। इसके बाद वह गांव से फरार हो गया।

पीड़ित के पिता अजीज़ुल हक ने कहा, “एक नर्स के रूप में काम करना और समाज की सेवा करना मेरी बेटी का सपना था। उसके सपने अब चकनाचूर हो गए हैं। जिस दिन से उसका नाम पैनल में आया, उसके पति ने उसे धमकी दी कि वह उसे नर्स के रूप में काम नहीं करने देगा।” घटना ने वहां के लोगों को सदमे में डाल दिया है। पश्चिम बंगाल महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है। लीना गंगोपाध्याय ने कहा, “यह एक वीभत्स घटना है। हम सुनिश्चित करेंगे कि महिला को न्याय मिले। आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।”