आगरा। ताजनगरी आगरा में महिला इंस्‍पेक्‍टर शैली राणा से मारपीट हो रही थी और उन्‍हीं के थाने में तैनात दरोगा और सिपाही तमाशा देख रहे थे। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने तीन पुलिसकर्मियों को सस्‍पेंड कर दिया, जबकि दो दरोगा समेत पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया। डीसीपी ने मामले की जांच की और इस घटना में आठ पुलिसकर्मियों को वीडियो बनाने का दोषी माना है।

दरअसल, रकाबगंज थाना प्रभारी शैली राणा से मुजफ्फरनगर में तैनात इंस्‍पेक्‍टर पवन नागर का प्रेम संबंध चल रहा था। पवन नागर शैली राणा के सरकारी आवास में मौजूद थे। इसी बीच, पवन नागर की पत्नी अपने परिवार के सदस्यों के साथ थाने पर पहुंच गई।

दोनों को एक साथ देखकर पत्नी आग बबूला हो गई और दोनों की पिटाई करने लगी। इस दौरान थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मी आए और बचाने के बजाय वीडियो बनाने लग गए।

इंस्‍पेक्‍टर पवन नागर की पत्‍नी समेत 6 पर मुकदमा आगरा के पुलिस आयुक्त जे.रवींद्र गौड़ ने डीसीपी सिटी की रिपोर्ट के आधार पर तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और पांच लोगों को लाइन हाजिर किया है। इसके अलावा, पुलिस ने इस घटनाक्रम के संबंध में पवन नागर की पत्नी गीता नागर समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

मारपीट से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो सामने आने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की भूमिका पर सवाल उठे। इंस्‍पेक्‍टर से मारपीट के दौरान पुलिसवालों ने बीच-बचाव नहीं किया।