मेरठ. कोरोना संक्रमण ने रफ्तार क्या पकड़ी, स्वास्थ्य विभाग का ब्लड प्रेशर डगमगा गया। तीन दिन में 18 नए मरीज मिल गए। 23 एक्टिव केस हो चुके हैं। हालांकि हालात अभी सामान्य हैं। कोई मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है।
18 जून को लखनऊ और विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम तीनों मेडिकल कालेज समेत सभी सरकारी अस्पतालों में फुल रिहर्सल किया। कोविड मैनेजमेंट की पड़ताल की गई।
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि मेरठ गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर एवं लखनऊ में केस बढ़े हैं लेकिन लक्षण सामान्य आ रहे हैं। सीएमओ ने बताया कि 18 जून को लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज, एनसीआर एवं सुभारती मेडिकल कालेज के साथ ही पीएल शर्मा जिला अस्पताल, सरधना, मवाना, दौराला एवं हस्तिनापुर सामुदायिक केंद्रों पर कोरोना मरीजों के इलाज की तैयारियों की परख हुई।आक्सीजन प्लांटों और वेंटिलेटर को चेक किया गया। पैरामेडिकल स्टाफ को भी ट्रेंड किया गया है।
इन लक्षणों को नजरंदाज न करें
-थकान
-सांस फूलना
-मनोवैज्ञानिक परेशानी
-डायबिटीज
-कोलेस्ट्रॉल
-रक्तचाप
बच्चों को सुरक्षित रखें
– मास्क पहनाकर स्कूल भेजें
– बच्चों को कोविड प्रोटोकॉल के बारे में बताएं-
– फुल बॉडी चेकअप कराएं-
– सभी वैक्सीन लगवाएं-
-पोषणयुक्त भोजन दें
ऐसे करें कोविड संक्रमण से बचाव
-बाहर निकलें तो मास्क जरूर पहनें। यह टीबी से भी बचाएगा।
-एंटी कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाएं
-बेवजह अस्पतालों व भीड़भाड़ में न जाएं
-बार-बार हाथ धोएं। हाथ को मुंह के पास न ले जाएं।
-छींकने पर मुंह पर रूमाल रखें। पांच फुट की दूरी बरतें।
-हाईप्रोटीन भोजन लें। प्राणायाम करें।