कैंसर गंभीर जानलेवा बीमारी है और इसे लेकर सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसके कोई शुरुआती लक्षणों का पता नहीं चल पाता है। इसकी वजह यह है कि कैंसर के शुरुआती लक्षण अलग-अलग बीमारियों से मिलते-जुलते हैं। यही वजह है कि बहुत से लोग लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं। दुर्भाग्यवश जब तक लक्षणों का पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और कैंसर बड़ा यानी शरीर में फैल चुका होता है।

बेहतर और समय पर इलाज के लिए कैंसर के सभी लक्षणों की पहचान जरूरी है। जिन लक्षणों को आप नजरअंदाज कर देते हैं, वे आपके डॉक्टर के लिए सुराग हो सकते हैं। जब ट्यूमर छोटा होता है और फैलता नहीं है, तब इसका सही उपचार किया जा सकता है। कैंसर का पता लगाने के लिए समय-समय पर स्क्रीनिंग कराते रहना जरूरी है।

अगर आप हमेशा से कैंसर के छोटे-मोटे लक्षणों को नजरअंदाज करते हुए आए हैं या फिर आपने कभी स्क्रीनिंग नहीं कराई है, तो संभव है कैंसर धीरे-धीरे बड़ा बन सकता है। अगर आपके शरीर में पिछले दो या तीन हफ्ते से कुछ हलचल हो रही है, तो हो सकता है आपका कैंसर बड़ा हो गया यानी फैल गया है। ऐसे में आपको बिना देरी किए डॉक्टर से मिलना चाहिए।

​ cancer.gov के अनुसार, अगर आपको पेशाब या मलत्याग के दौरान ब्लीडिंग हो रही है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसा सिर्फ बवासीर या यूटीआई की वजह से नहीं हो सकता बल्कि आपके मल में खून आना कोलन या रेक्टल कैंसर का लक्षण है। पेशाब के रास्ते में ट्यूमर बनने से पेशाब में खून आ सकता है।

शरीर में खून की कमी तब होती है, जब पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बनती हैं। यह आपके बोन-मेरो में बनती हैं। ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मल्टीपल मायलोमा जैसे कैंसर आपके मेरो को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अन्य जगहों से वहां फैलने वाले ट्यूमर लाल रक्त कोशिकाओं को बाहर कर सकते हैं।

खांसी कई बीमारियों का लक्षण है। अगर आपकी खांसी ठीक नहीं हो रही है और साथ में आपका आवाज में भी भारीपन बढ़ता जा रहा है, तो यह फेफड़ों के कैंसर का बड़ा लक्षण है। आवाज में किसी तरह का बदलाव या भारीपन आपके वॉयस बॉक्स या थायरॉयड ग्रंथि का कैंसर हो सकता है।

​cancer.gov के अनुसार, दिनभर कामकाज करने से किसी को थकान होना सामान्य बात है, हालांकि कई बीमारियों की वजह से भी थकान हो सकती है। अगर आप पर्याप्त नीद और आराम के बावजूद हमेशा थकान महसूस कर रहे हैं, तो यह संकेत है कि कहीं आपको ल्यूकेमिया यानी ब्लड कैंसर तो नहीं है। कोलन या पेट के कैंसर से खून की कमी हो सकती है, जिसकी वजह से भी आपको थकान हो सकती है।

अगर आपके स्तनों के आकार में किसी तरह का बदलाव दिखने लगा है या फिर गांठ महसूस हो रही है, तो यह ब्रेस्ट कैंसर के बड़े होने का संकेत है। इनके अलावा आपको ब्रेस्ट के आसपास के हिस्से का रंग बदलना, निप्पल के आसपास परिवर्तन या असामान्य डिस्चार्ज जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं जोकि पहले नहीं थे।

अगर आपको ऐसा लगता है कि खाना आपके गले में फंस रहा है या आपको दो सप्ताह से अधिक समय तक निगलने में परेशानी हो रही है, तो यह गले, फेफड़े या पेट के कैंसर का संकेत हो सकता है।

​कभी भी बुखार या इन्फेक्शन हो जाना जोकि ब्लड कैंसर का बड़ा लक्षण है
हमेशा सिरदर्द रहना जोकि दवाएं लेने के बावजूद दो हफ्ते से ज्यादा से बना हुआ है क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है
हमेशा पेट फूला रहता है और भूख कम लगती है, यह हालत दो हफ्ते से ज्यादा से बनी हुई है क्योंकि यह पेट का कैंसर या गैस्ट्रिक कैंसर का बड़ा संकेत है।
बेवजह कम होना शरीर में कैंसर के बढ़ने का एक बड़ा संकेत है, अगर आप हेल्दी डाइट ले रहे हैं और ऐसा हो रहा है, तो जल्दी से अस्पताल जाएं